
दोगुनी हुईं रेयर अर्थ मैग्नेट के लाइसेंस मांगने वाली कंपनियां, बढ़ने लगी परेशानी
क्या है खबर?
भारत के ऑटो कंपोनेंट उद्योग को चीन की ओर से रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।
चीन से आयात लाइसेंस मांगने वाली भारतीय कंपनियों की संख्या 2 सप्ताह में दोगुनी हो गई है। इन कंपनियों को अभी तक लाइसेंस नहीं मिल पाया है।
इस कारण ऑटो पार्ट्स निर्माण में समस्या पैदा हो रही है और जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो गाड़ियों का उत्पादन प्रभावित होगा।
कंपनियां
इन कंपनियों ने किया आवेदन
ET की रिपोर्ट के अनुसार, रेयर अर्थ मैग्नेट के आयात के लिए लाइसेंस के लिए चीन के वाणिज्य मंत्रालय में आवेदन करने वाली भारतीय कंपनियों की संख्या 11 से बढ़कर 21 हो गई है।
इनमें बॉश, मारेली पावरट्रेन, महले इलेक्ट्रिक ड्राइव्स, TVS मोटर और यूनो मिंडा जैसी कंपनियां शामिल हैं।
एक अधिकारी के हवाले से बताया कि पहले लाइसेंस खारिज कर दिए जाने के बाद सोना कॉमस्टार ने फिर से आवेदन किया है।
प्रक्रिया
कंपनियों ने पूरी की प्रक्रिया
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के आंकड़ों के अनुसार, कम से कम 52 कंपनियां ऑटोमोबाइल निर्माताओं को पुर्जे आपूर्ति करने के लिए चीनी मैग्नेट पर निर्भर हैं।
उनमें से अधिकांश ने कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है और अपने अंतिम उपयोगकर्ता प्रमाणपत्रों के लिए अनुमोदन प्राप्त कर लिया है।
उन्होंने अपने चीनी आपूर्तिकर्ताओं को दस्तावेज भेज दिए हैं, लेकिन उन्हें अभी तक चीन के वाणिज्य मंत्रालय से अनिवार्य निर्यात लाइसेंस प्राप्त नहीं हुआ है।
कारण
इस कारण पैदा हुई समस्या
रेयर अर्थ मैग्नेट की आपूर्ति में समस्या 4 अप्रैल को चीन की ओर से जारी किए गए निर्देश के बाद पैदा हुई है।
इसमें निर्यातकों को खरीदार से अंतिम उपयोगकर्ता प्रमाणपत्र सहित आधिकारिक मंजूरी प्राप्त करना अनिवार्य किया गया है।
प्रमाणपत्र में विशिष्ट घोषणाएं होनी चाहिए, जिसमें यह भी शामिल है कि सामग्री का उपयोग किसी भी प्रकार के हथियार उत्पादन में नहीं किया जाएगा।
अमेरिका और कुछ यूरोपीय कंपनियों ने लाइसेंस प्राप्त कर लिया है।
इंवेंट्री
गाड़ियों की इंवेंट्री हो सकती है खत्म
ऑटोमोबाइल उद्योग के सूत्रों को डर है कि अगर, लाइसेंस जल्द ही नहीं दिए गए तो उत्पादन लाइनें बाधित हो सकती हैं।
एक अधिकारी ने ET को बताया, "वाहनों का निर्माण नहीं किया जा सकता है, भले ही हमारे पास एक घटक की कमी हो, जिसमें रेयर अर्थ मैग्नेट का उपयोग किया जा रहा हो।"
कंपनियों ने चेतावनी दी कि गाड़ियों की मौजूदा इंवेंट्री जुलाई की शुरुआत तक ही चल सकती है।