
टैरिफ चिंता के बीच सरकार ने उद्योगों को चीन की जगह अमेरिका सामान भेजने को कहा
क्या है खबर?
भारत सरकार ने उद्योग जगत से कहा है कि वे उन क्षेत्रों की पहचान करें, जहां चीन से होने वाली आपूर्ति को भारतीय उत्पादों से बदला जा सकता है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम अमेरिका द्वारा 2 अप्रैल से लागू होने वाले नए टैरिफ के कारण उठाया गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के ऊंचे शुल्कों की आलोचना की थी। सरकार अब अमेरिकी बाजार में पकड़ मजबूत करने के लिए नई रणनीति अपना रही।
अवसर
उद्योगों को नए अवसरों की तलाश
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने उद्योग जगत को संरक्षणवादी मानसिकता से बाहर आने और अमेरिकी बाजार में नए मौके तलाशने पर जोर दिया।
बैठक में बताया गया कि स्टील और एल्युमीनियम पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगने से भारत के 5 अरब डॉलर (लगभग 435 अरब रुपये) के निर्यात पर असर पड़ा है।
कपड़ा उद्योग ने अमेरिकी बाजार में शून्य-शुल्क पहुंच की मांग की, जबकि रत्न और आभूषण उद्योग ने हीरे पर शुल्क घटाने का सुझाव दिया है।
विकल्प
चीन के विकल्प के रूप में भारत
व्यापार जगत के कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के नए टैरिफ से भारत को फायदा मिल सकता है।
चीन, मैक्सिको और कनाडा के उत्पादों पर अधिक शुल्क लगने से अमेरिकी कंपनियां नए आपूर्तिकर्ताओं की तलाश कर रही हैं, और भारत उनके लिए एक बेहतर विकल्प बन सकता है।
हालांकि, विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने चेतावनी दी है कि लगातार बदलती व्यापार नीतियां वैश्विक बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।