आज पृथ्वी पर आ सकता है G1-श्रेणी का सौर तूफान, जानिए इसके प्रभाव
अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ऑब्जर्वेटरी ने हाल ही में सूर्य के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से से सनस्पॉट के एक समूह को निकलते हुए देखा था। स्पेस वेदर के अनुसार, इन्हीं सनस्पॉट में से एक में विस्फोट होने के कारण 17 मार्च को कोरोनल मास इजेक्शन (CME) अंतरिक्ष में फैल गया। इस विस्फोट के कारण एक G1-श्रेणी का सौर तूफान पैदा पर हो सकता है, जो 20 या 21 मार्च को पृथ्वी से टकरा सकता है।
G1-श्रेणी के सौर तूफान का प्रभाव
G-1 श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, जिससे किसी प्रकार के नुकसान की संभावना कम होती है। वैज्ञानिकों ने सौर तूफान को G-1 से लेकर G-5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है, जिसमें G-5 श्रेणी का सौर तूफान काफी ताकतवर होता है। यह सैटेलाइट, पावर ग्रिड और रेडियो संचार उपकरणों को भी भारी नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अतिरिक्त यह GPS, इंटरनेट, मोबाइल फोन नेटवर्क समेत अन्य वायरलेस संचार व्यवस्था को भी प्रभावित कर सकता है।