डिजिटल पुजारी ने करवाई भारत की पहली ब्लॉकचेन शादी, लगे केवल 15 मिनट
मेटावर्स, ब्लॉकचेन, क्रिप्टोकरेंसी और नॉन-फंजिबल टोकन्स जैसे शब्द अब ट्रेंड बन चुके हैं और वर्चुअल दुनिया में शादियां भी शुरू हो गई हैं। पिछले साल नवंबर में कोर्ट मैरिज करने के बाद श्रुति नैयर और अनिल नरासीपुरम भारत की पहली 'ब्लॉकचेन शादी' का हिस्सा बने। ब्लॉचेन टेक्नोलॉजी की मदद से यह शादी करने के लिए जोड़े ने 'ईथरम स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट' की मदद ली। एक डिजिटल पुजारी ने भी इस शादी में हिस्सा लिया।
जोड़े ने किया एकदूसरे का साथ देने का वादा
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की मदद से हुई शादी में 'डिजिटल पुजारी' के तौर पर अनूप पक्की शामिल हुए। अनूप ने ओपेनसी प्लेटफॉर्म से NFT माइनिंग की और इन्हें जोड़े को ट्रांसफर किया है। जोड़े ने डिजिटल शादी के दौरान एक-दूसरे का साथ देने और साथ रहने का वादा किया। यह ब्लॉकचेन शादी करने के लिए NFT ट्रांसफर करने और साथ देने का वादा करने में केवल 15 मिनट का वक्त लगा।
अनिल नरासीपुरम ने शेयर की लिंक्डइन पोस्ट
अनिल ने शादी के बाद लिंक्डइन प्रोफाइल पर एक पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा, 'हमारी ओर से किया गया ट्रांसफर परमानेंट है, मिटाया नहीं जा सकता और एक-दूसरे के साथ रहने के वादे के पब्लिक रिकॉर्ड जैसा है, जिसे ETH ब्लॉकचेन पर किया गया है।' जोड़े की ओर से तैयार किया गया NFT नायर की इंगेजमेंट रिंग है और इसके साथ एक फोटो है, जिसमें इनकी शादी का वादा लिखा गया है।
ब्लॉकचेन शादी पर आया इतना खर्च
शादी से जुड़े ट्रांजैक्शन के लिए जोड़े को 35 डॉलर (करीब 2,162 रुपये) की ईथेरम गैस फीस देनी पड़ी। डिजिटल पुजारी ने इस ईथेरम की मदद से दोनों को एक-दूसरे का पति-पत्नी करार दिया। पिछले साल सितंबर में अमेरिकी जोड़े ट्रेसी और डेव गेगनॉन ने मेटावर्स में शादी रचाई थी और ऐसा करने वाले दुनिया के पहले कपल बने थे। वीरबेला कंपनी ने वर्चुअल इनवायरमेंट तैयार किया था और असली शादी के दौरान ही वर्चुअल वेडिंग रखी गई थी।
एशिया की पहली मेटावर्स शादी भी हुई
एशिया का पहला मेटावर्स वेडिंग रिसेप्शन भी आज वर्चुअल दुनिया में आयोजित हुआ। तमिलनाडु में रहने वाले दिनेश क्षत्रियन और जनगनंदिनी रामास्वामी अपनी शादी का रिसेप्शन वर्चुअल स्पेस यानी कि मेटावर्स में किया। आयोजन से पहले NFT इकोसिस्टम टेक्नोलॉजी फ्रेमवर्क GuardianLink.io की ओर से पहला वेडिंग NFT कलेक्शन भी लॉन्च किया गया। क्षत्रियन और जनगनंदिनी की शादी तमिलनाडु स्थित उनके गांव में हुई, जिसके बाद हैरी पॉटर थीम आधारित वर्चुअल रिसेप्शन किया गया।
क्या भविष्य में होंगी और भी वर्चुअल शादियां?
2020 में कोविड-19 महामारी आने और लॉकडाउन के बाद पहली बार जूम वेडिंग्स का ट्रेंड देखने को मिला। हालांकि, ऐसी शादियों में केवल वीडियो कॉल के जरिए हिस्सा बना जा सकता है। मेटावर्स सभी को वर्चुअल अवतार में एकसाथ इकट्ठा होने का विकल्प देता है, जहां बेहतर अनुभव मिलता है। यह ट्रेंड और इससे जुड़े उपकरण महंगे होने के चलते ज्यादा लोगों को इसे अपनाने में कुछ साल का वक्त लग सकता है।
न्यूजबाइट्स प्लस
फेसबुक (मेटा), ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी ढेरों कंपनियां मेटावर्स में निवेश कर रही हैं। ग्रेस्केल की रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटावर्स की वैल्यू आने वाले दिनों में ट्रिलियन डॉलर (अरबों रुपये) तक पहुंच सकती है।