जलवायु परिवर्तन के बारे में बताएगी फेसबुक, ऐप में दिखेंगे लेबल्स
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक जलवायु परिवर्तन से जुड़ी पोस्ट्स के साथ अब लेबल्स दिखाएगी। इस तरह फेसबुक जलवायु परिवर्तन से जुड़ी गलत जानकारी से अपने यूजर्स को बचाएगी और इसके बारे में ज्यादा और सही जानकारी देगी। फेसबुक ने बताया कि ऐप में यूजर्स को दिखने वाले लेबल्स पर टैप करते ही डेडिकेटेड पेज पर भेजा जाएगा, जहां उन्हें जलवायु परिवर्तन के बारे में बताया जाएगा। फेसबुक इससे पहले कोराना वायरस से जुड़ी जानकारी इसी तरह देती रही है।
ब्लॉग पोस्ट में दी नई फीचर की जानकारी
सोशल मीडिया कंपनी ने नए लेबल्स फीचर की घोषणा एक ब्लॉग पोस्ट में की है। सबसे पहले इस अपडेट को UK में रोलआउट किया जा रहा है और बाद में दूसरे देशों में भी जलवायु से जुड़ी कुछ पोस्ट्स के साथ लेबल्स दिखाए जाएंगे। इन लेबल्स पर टैप करने वाले यूजर्स को फेसबुक के क्लाइमेट साइंस इन्फॉर्मेशन सेंट के पेज पर भेजा जाएगा, जिसे पिछले साल सितंबर में लॉन्च किया गया है।
इसलिए नया फीचर लाई है फेसबुक
फेसबुक पर ढेर सारी जानकारी शेयर की जाती है, जिसके चलते असली और फेक न्यूज में फर्क कर पाना आसान नहीं होता। यही वजह है कि पिछले साल फेसबुक ने कोरोना वायरस से जुड़ी फेक जानकारी से यूजर्स को बचाने के लिए कोविड-19 इन्फो सेंटर लॉन्च किया था। बीते दिनों सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन से जुड़े तथ्यों को लेकर भ्रामक स्थिति पैदा हो रही है, फेसबुक ऐसी स्थिति से यूजर्स को बचाना चाहती है।
किन पोस्ट में दिखेंगे नए लेबल्स?
जलवायु परिवर्तन से जुड़े लेबल्स फेसबुक किन पोस्ट्स में दिखाएगी, यह स्पष्ट नहीं है। कंपनी ने बताया है कि फैक्ट-चेकर्स फेसबुक और इंस्टाग्राम पोस्ट्स, ऐड्स, आर्टिकल, फोटो , वीडियो और टेक्स्ट ओनली पोस्ट्स को रिव्यू कर सकते हैं और रेटिंग्स दे सकते हैं। फेसबुक के मुताबिक, अगर कोई कंटेंट ओपीनियन के तौर पर शेयर किया गया है लेकिन उसमें गलत जानकारी दी गई है तो उसे भी रेट किया जा सकेगा।
दिया गया है एक मिथ सेक्शन
नए लेबल्स के अलावा फेसबुक ने डेडिकेटेड पेज पर एक 'कॉमन मिथ्स' सेक्शन दिया है। इस सेक्शन में यूजर्स को जलवायु परिवर्तन से जुड़ी ऐसी बातें दिखेंगी, जिन्हें सच मानकर शेयर किया जा रहा है लेकिन उनमें सच्चाई नहीं है। इस तरह एक पोस्ट के लेबल पर टैप कर यूजर्स दूसरी झूठी पोस्ट्स के झांसे में फंसने से भी बच जाएगा। सोशल मीडिया ऐप पर यूजर्स खुद भी किसी पोस्ट को फेक होने की स्थिति में रिपोर्ट कर सकते हैं।