
लोकसभा चुनावों के लिए फेसबुक ने जारी किया 'कैंडिडेट कनेक्ट' फीचर, जानें क्या होगा खास
क्या है खबर?
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने लोकसभा चुनाव से पहले एक नया फीचर जारी किया है।
कंपनी ने 26 फरवरी को 'कैंडिडेट कनेक्ट' फीचर जारी किया, जिसमें लोकसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार अपने चुनावी वादों को 20 सेकंड के वीडियो में रिकॉर्ड कर पाएंगे।
कंपनी ने कहा कि वोटर्स को जानकारी देना सबसे बड़ा योगदान है और यह फीचर वोटर्स के लिए विजुअल गाइड का काम करेगा।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
फीचर
कैसे काम करेगा फीचर
कंपनी के प्रोडेक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर समिध चक्रबर्ती ने बताया कि 'कैंडिडेट कनेक्ट' देशभर में की गई रिसर्च के आधार पर तैयार किया गया है ताकि लोग अपने लोकसभा उम्मीदवारों के विचार को जान सके।
इसके तहत फेसबुक उम्मीदवार से चार सवाल करेगी, जिसके जवाब देेते हुए वो 20 सेकंड का वीडियो पोस्ट कर सकेंगे।
पोस्ट होने के बाद ये वीडियो उस लोकसभा क्षेत्र में रहने वाले यूजर्स को दिखेंगे। यूजर्स चाहें तो दूसरे उम्मीदवारों के वीडियो भी देख सकेंगे।
जानकारी
मतदान के दिन यूजर्स को रिमाइंडर भेजेगी फेसबुक
फेसबुक मतदान के दिन उस लोकसभा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को रिमाइंडर भेजेगी। कंपनी ने कहा कि मतदान के दिन लोग अपनी फोटो अपलोड कर सकेंगे, जिसके बाद ऐसी फोटो अपलोड करने वाले फ्रेंड्स का वीडियो बनाकर यूजर को दिखाया जाएगा।
फेसबुक
फेक न्यूज के खिलाफ कंपनी ने उठाये ये कदम
लोकसभा चुनाव से पहले फेक न्यूज और झूठी सूचनाओं को शेयर होने से रोकने के लिए फेसबुक ने कई कदम उठाए हैं।
कंपनी ने फेक अकाउंट को ब्लॉक करना शुरु किया है और थर्ड-पार्टी फैक्ट चेकिंग ऑर्गेनाइजेशन से साझेदारी की है।
समीध ने बताया कि फेसबुक पर अगर कोई फेक न्यूज पाई जाती है तो उसकी अपीयरेंस 80 प्रतिशत कम कर दी जाएगी।
कंपनी व्हाट्सऐप पर भी फेक न्यूज के प्रसार को रोकने के लिए काम कर रही है।
यूजर बेस
भारत में फेसबुक के सबसे ज्यादा यूजर्स
भारत में फेसबुक के सबसे ज्यादा 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। यह संख्या भारत के कुल मतदाताओं की संख्या का एक तिहाई हिस्सा है।
फेसबुक ने बताया कि वह पिछले दो सालों से चुनावों के लिए तैयारी कर रही है।
समीध बने बताया कि कंपनी ने चुनावों के दौरान अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज को रोकने के लिए लगभग 30 हजार कर्मचारियों की नियुक्ति की है।
बता दें, 2016 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में फेसबुक पर कई आरोप लगे थे।