NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / फोन की लत छुड़ाने वाली ऐप्स होती हैं कारगर, शोध में आया सामने
    अगली खबर
    फोन की लत छुड़ाने वाली ऐप्स होती हैं कारगर, शोध में आया सामने
    फोन की लत छुड़ाने वाली ऐप्स होती हैं कारगर, शोध में आया सामने

    फोन की लत छुड़ाने वाली ऐप्स होती हैं कारगर, शोध में आया सामने

    लेखन रजनीश
    Mar 07, 2023
    09:21 am

    क्या है खबर?

    स्मार्टफोन की तल से बहुत लोग परेशान हैं। कई लोगों को तो एहसास भी नहीं होता है कि उन्हें इसकी लत लग चुकी है। इस लत से लोग तरह-तरह की बीमारियों के शिकार हो गए।

    फोन में लोग सोशल मीडिया पर लोग ज्यादा समय बिताते हैं। सैन डिएगो विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने शोध में पाया कि इससे डिप्रेशन, नींद में परेशानी और सुसाइड जैसे खतरे पैदा होते हैं। लोगों के साथ ही टेक कंपनियां भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।

    लत

    लोगों को जोड़े रखने के तरीके पर काम करती हैं ऐप कंपनियां

    कंपनियां लोगों को लंबे समय तक जोड़े रखने के लिए अपने ऐप्स को डिजाइन करने में काफी ध्यान देती हैं। फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग ने 2011 में ही कहा था कि वह यूजर्स कोई भी परेशानी रहित अनुभव देना चाहते हैं।

    लोगों की फोन की लत को छुड़ाने के लिए विश्वभर में कई ट्रेनर और सेंटर्स काम कर रहे हैं। कई ऐप भी हैं, जो लोगों की फोन की लत छुड़ाने के लिए काम कर रही हैं।

    ऐप

    शोधकर्ताओं ने लत छुड़ाने वाली ऐप्स को पाया उपयोगी

    वन सेक नाम की एक ऐप फोन की लत और स्क्रीन टाइम को कम करने में मदद करती है। इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले जब अपना फोन खोलते हैं तो ये उन्हें पहले सांस लेने को कहती है।

    2022 में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट और हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी के साथ किए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन्होंने 6 सप्ताह तक इस ऐप का इस्तेमाल किया, उनके अन्य ऐप के उपयोग में 57 प्रतिशत की कमी आई।

    दुष्परिणाम

    स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने के ये हैं दुष्परिणाम

    मनोचिकित्सकों का मानना है कि एक दिन में स्क्रीन के सामने 6 घंटे से अधिक समय बिताने वाले युवाओं में अवसाद, याद्दाश्त की कमी और तनाव का खतरा अधिक होता है।

    मनोचिकित्सकों का मानना है कि अधिकांश लोग फोन की लत के नकारात्मक पक्ष को समझते हैं, लेकिन छोड़ नहीं पाते। लोग जरूरी काम के लिए फोन खोलते हैं फिर उसमें कब घंटे बीत जाते हैं इसका पता भी नहीं चलता।

    फोन की लत पता करने के भी तरीके हैं।

    मनोवैज्ञानिक

    लत छुड़ाने वाली ऐप्स लोगों को देती हैं दूसरे टास्क

    स्मार्टफोन की लत छुड़ाने वाली ऐप मनोवैज्ञानिक तरीके से काम करती हैं। ये आपको सीधे किसी ऐप पर जाने से रोकती हैं और कुछ टास्क पूरा करने के लिए कहती हैं। इनका उद्देश्य है कि इस दौरान लोग सोच सकें कि जिस ऐप पर जा रहे हैं उसकी उन्हें वास्तव में कितनी जरूरत है।

    तेज स्पीड इंटरनेट के चलते लोग फोन पर और अधिक समय बिता रहे हैं। इसके लिए कुछ कंपनियां "स्पीड बंप्स" लाने की तैयारी में हैं।

    ट्रिक्स

    फोन की लत ने रचनात्मकता और सोचने की आदत को खत्म किया

    हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि ट्रिक्स और हैक्स के जरिए फोन की लत छोड़ना कठिन है। इसके लिए फोन को खुद से पूरी तरह दूर रखने की आवश्यकता है।

    न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में मार्केटिंग प्रोफेसर एडम ऑल्टर ने बताया कि फोन की लत से न केवल मानसिक स्वास्थ्य बल्कि हमारे सोचने की क्षमता भी दांव पर लगी है।

    खाली समय में कुछ सोचने और रचनात्मकता कार्य को फोन ने खत्म किया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    स्मार्टफोन
    रिसर्च
    सोशल मीडिया
    मोबाइल ऐप्स

    ताज़ा खबरें

    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव
    असम में विदेशी बताकर लोगों को जबरन बांग्लादेश भेजे जाने के मामले क्या हैं? असम

    स्मार्टफोन

    सैमसंग गैलेक्सी S23 स्मार्टफोन का निर्माण भारत में करेगी कंपनी, नोएडा फैक्ट्री में बनेगा फ्लैगशिप डिवाइस सैमसंग
    आईफोन SE केवल 8,990 रुपये में कर सकते हैं प्राप्त, यहां उपलब्ध है शानदार ऑफर आईफोन
    एंड्रॉयड 14 में मिलेगा बड़ा अपग्रेड, वेबकैम के रूप में कर सकेंगे स्मार्टफोन का उपयोग एंड्रॉयड
    पोको X5 प्रो 5G क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 778G SoC के साथ भारत में लॉन्च, जानें सभी फीचर्स पोको मोबाइल

    रिसर्च

    कोरोना वायरस को 48 घंटे में मार सकती है पहले से मौजूद दवा- स्टडी ऑस्ट्रेलिया
    कोरोना वायरस: ठीक हुए लोगों के खून से किया जा सकता है मरीजों का इलाज- स्टडी चीन समाचार
    नंगी आंखों से इस टेस्ट के जरिये लगाया जा सकता है कोरोना वायरस का पता- स्टडी भारत की खबरें
    दुनिया में पहली बार, लोगों के सपनों में जाकर वैज्ञानिकों ने की उनसे बातें टेक्नोलॉजी

    सोशल मीडिया

    अक्षय के पैरों के नीचे दिखा भारत का नक्शा तो लोगों ने किया ट्रोल, जानिए मामला अक्षय कुमार
    बिहार: युवक की लिंचिंग के बाद तनाव, सारण में 23 सोशल ऐप्स अस्थायी तौर पर बंद बिहार
    भाजपा की यात्रा में बच्चे ने सुनाई महात्मा गांधी के खिलाफ कविता, ताली बजाते रहे नेता मध्य प्रदेश
    गुजरात: हनुमान चालीसा सुनाने पर बच्चों को मुफ्त खाना परोस रहा यह रेस्टोरेंट गुजरात

    मोबाइल ऐप्स

    व्हाट्सऐप एडिट फीचरः जल्द ही यूजर को मिलेगी मैसेज एडिट करने की सुविधा व्हाट्सऐप
    फोन कॉल स्कैम्स का पता कैसे लगाएं और इनसे कैसे बचें? सोशल मीडिया
    इंस्टाग्राम ट्रोलर्स की बढ़ी मुश्किलें, अभद्र कमेंट करने पर ब्लॉक होगा अकाउंट इंस्टाग्राम
    व्हाट्सऐप डाउन होने से करोड़ों यूजर्स हुए प्रभावित, करीब दो घंटे बाद शुरू हुई सेवा व्हाट्सऐप
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025