क्या अंतरिक्ष यात्रा पर चंद्र और सूर्य ग्रहण का कोई प्रभाव पड़ता है?
किसी भी अंतरिक्ष यात्रा तो सफलतापूर्वक पूरा होने के लिए विभिन्न पहलुओं का सही रहना महत्वपूर्ण होता है, जिसमें अंतरिक्ष यान, मौसम और सटीक समय जैसी कई अन्य चीजें शामिल हैं। चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण का भी कभी-कभी अंतरिक्ष यात्रा पर प्रभाव पड़ता है। वैसे सीधे तौर पर इसका कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता, लेकिन कुछ मामलों में इनके प्रभाव को ध्यान में रखा जा सकता है। आइए जानते हैं अंतरिक्ष यात्रा पर ग्रहण का प्रभाव-
ग्रहण से सौर ऊर्जा पर पड़ता है प्रभाव
अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा में घूमते समय ज्यादातर अंतरिक्ष यान अन्य ऊर्जा को बचाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करते हैं। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य की रोशनी अस्थायी रूप से बाधित हो जाती है, जिससे सौर पैनल कम ऊर्जा प्राप्त करते हैं और इससे अंतरिक्ष यान को अपने दूसरे ऊर्जा विकल्प का उपयोग करना पड़ता है। हालांकि, यह प्रभाव कुछ देर के लिए होता है, इसलिए अंतरिक्ष यान पर इस घटना का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है।
अन्य प्रभाव
चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अंतरिक्ष से जुड़ी घटनाओं का अध्ययन करने का अनोखा अवसर प्रदान करते हैं। ग्रहण के दौरान पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण बलों में मामूली परिवर्तन होते हैं, लेकिन ये परिवर्तन अंतरिक्ष यान की कक्षा या अंतरिक्ष यात्रा के संचालन पर शून्य प्रभाव डालते हैं। अंतरिक्ष में मौजूद यात्री चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को पृथ्वी से अलग दृष्टिकोण से देख सकते हैं। यह काफी अलग अनुभव होता है।