गूगल क्रोम ब्राउजर भेज रहा है सिक्योरिटी नोटिफिकेशंस, जानें क्या है इसका मतलब
गूगल क्रोम ब्राउजर की ओर से डेस्कटॉप और स्मार्टफोन यूजर्स को इन दिनों एक 'सेफ ब्राउजिंग प्रॉम्प्ट' भेजा जा रहा है। अगर आपको भी यह नोटिफिकेशन दिखा है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस नोटिफिकेशन के साथ क्रोम अपने यूजर्स से पिछले साल रोलआउट किए गए सेफ ब्राउजिंग फीचर का इस्तेमाल करने के लिए कह रहा है। नोटिफिकेशन में 'यस' पर टैप करते ही क्रोम का सेटिंग्स पेज खुल जाता है।
यूजर्स का डाटा स्कैन करेगी गूगल?
सेफ ब्राउजिंग फीचर के साथ गूगल क्रोम ब्राउजर यूजर्स को उनके डाटा की सुरक्षा का भरोसा देता है। हालांकि, अगर आप उन यूजर्स में शामिल हैं, जो अपना डाटा गूगल के साथ शेयर करने में सहज नहीं होते तो आप सेफ ब्राउजिंग फीचर को तुरंत इनेबल नहीं करना चाहेंगे। सेफ ब्राउजिंग विकल्प के साथ ढेर सारे नियम और शर्तें बताई गई हैं, जिनके साथ सर्च इंजन कंपनी डाटा स्कैन करेगी।
क्या है सेफ ब्राउजिंग फीचर?
सेफ ब्राउजिंग फीचर जीमेल और गूगल सर्च जैसी सेवाओं में पहले ही मिल रहा है। क्रोम में यह फीचर ब्राउज किए जाने वाले वेब पेजेस और डाउनलोड हो रहे डाटा पर नजर रखेगा। बाय डिफॉल्ट यह फीचर एक्सट्रा सिक्योरिटी डाटा गूगल सेफ ब्राउजिंग के साथ शेयर करेगा, जिससे यूजर्स को संभावित खतरों से सुरक्षित रखा जा सके। गूगल ने कहा है, "क्रोम पेजेस का एक सैंपल और संदिग्ध डाउनलोड्स गूगल को भेजेगा, जिससे नए खतरों का पता लगाया जा सके।"
यूजर के प्रोफाइल से लिंक होगा डाटा
अगर आपने क्रोम ब्राउजर पर प्रोफाइल में लॉगिन किया है तो गूगल की ओर से टेंपरेरी डाटा आपके प्रोफाइल से लिंक कर दिया जाएगा। गूगल ने कहा है, "हम ऐसा इसलिए करते हैं, जिससे अगर आपके अकाउंट या ब्राउजर पर किसी अटैक का पता चले तो सेफ ब्राउजिंग आपकी स्थिति के हिसाब से सुरक्षा दे सके।" सेफ ब्राउजिंग फीचर इस डाटा को एनालाइज करेगी, जिसके बाद यह प्रोफाइल से कनेक्टेड नहीं रहेगा।
अटैक से पहले ही ऐक्शन लेगा फीचर
गूगल का कहना है कि ब्राउजर में मिलने वाले एक्सट्रा प्रोटेक्शन के साथ यूजर्स को खतरनाक वेबसाइट्स, डाउनलोड्स और एक्सटेंशंस के खिलाफ प्रोऐक्टिव ऐक्शन देखने को मिल सकता है। यानी कि अटैक होने से पहले ही फीचर इस खतरों पर कार्रवाई करेगा। पासवर्ड लीक होने जैसी स्थितियों में यूजर्स को चेतावनी दी जएगी और पासवर्ड बदलने को कहा जाएगा। हालांकि, स्टैंडर्ड प्रोटेक्शन इनेबल होने पर गूगल कोई डाटा नहीं जुटाएगी और केवल URLs स्कैन किए जाएंगे।
ऐसे इनेबल करें सेफ ब्राउजिंग फीचर
अगर आपको ऑनलाइन स्पेस में किसी तरह का खतरा नहीं चाहिए तो सेफ ब्राउजिंग इनेबल करना बेहतर होगा। आपको क्रोम ब्राउजर की सेटिंग्स के प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी सेक्शन में जाना होगा। यहां सिक्योरिटी में जाने के बाद आप 'इनहैंस्ड प्रोटेक्शन', 'स्टैंडर्ड प्रोटेक्शन' और 'नो प्रोटेक्शन' जैसे तीन मोड्स में से चुन पाएंगे। इनहैंस्ड प्रोटेक्शन विकल्प चुनने पर सेफ ब्राउजिंग फीचर के साथ अतिरिक्त सुरक्षा मिलेगी। हालांकि, बाय डिफॉल्ट स्टैंडर्ड प्रोटेक्शन सेलेक्टेड होता है।