असुरक्षित वेबसाइट्स से आपको सुरक्षा देगा गूगल क्रोम ब्राउजर, मिलेगा नया मोड
गूगल क्रोम ब्राउजर सबसे लोकप्रिय इंटरनेट ब्राउजर्स में से एक है और इसमें लगातार नए फीचर्स शामिल किए जा रहे हैं। क्रोम में इंटरनेट सुरक्षा से जुड़ा नया फीचर दिया जा रहा है, जिसकी मदद से यूजर्स को असुरक्षित वेबसाइट्स से बचाकर रखा जाएगा। यह फीचर यूजर्स को उन वेबसाइट्स पर नहीं जाने देगा जो HTTP इस्तेमाल कर रही हैं और सुरक्षित नहीं हैं। यूजर्स को उन्हीं साइट्स पर भेजा जाएगा, जो HTTP के बजाय HTTPS इस्तेमाल करती हैं।
यूजर्स को दी जाती है चेतावनी
गूगल क्रोम ब्राउजर में जब भी कोई यूजर HTTP वेबसाइट पर जाता है, तो उसे 'नॉट सिक्योर' वॉर्निंग दी जाती है। कंपनी साल 2018 से ही अपने ब्राउजर में यह वॉर्निंग मार्क कर रही है। पिछले साल रोलआउट किए गए क्रोम 86 अपडेट के साथ ही गूगल ने असुरक्षित HTTPS साइट्स पर भी चेतावनी देना शुरू कर दिया है। कंपनी चाहती है कि यूजर्स अपनी सेंसिटिव जानकारी असुरक्षित साइट्स पर शेयर ना करें।
क्रोम यूजर्स को मिलेगा 'HTTPS-ओनली मोड'
क्रोमियम गेरिट वेबसाइट की लेटेस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल अपने इंटरनेट ब्राउजर में 'HTTPS-ओनली मोड' देने पर काम कर रही है। गूगल क्रोम में यह नया मोड मिलने के बाद यूजर्स को 'ऑलवेज यूज सिक्योर कनेक्शंस' टॉगल सिक्योरिटी सेटिंग्स के एडवांस्ड टैब में मिलेगा। यह टॉगल ऑन करने पर यूजर्स सभी 'नेविगेशंस को HTTPS' पर अपग्रेड कर देगी और यूजर्स को बताएगी कि इसे सपोर्ट ना करने वाले वेब पेजेस लोड नहीं किए जाएंगे।
बाय-डिफॉल्ट ऑफ रहेगा नया मोड
नए कोड को HTTPS-ओनली सेटिंग्स के तौर पर मैक, विंडोज, लाइनक्स, क्रोम OS और एंड्रॉयड को chrome://settings/security to opt-in to HTTPS-Only Mode में मिलेगा। बाय डिफॉल्ट नया HTTPS-ओनली मोड डिसेबल रहेगा, हालांकि क्रोम एड्रेस बार में कोई भी वेबसाइट एंटर करने पर ब्राउजर अपने आप HTTPS पर स्विच कर लेता है। अगर वेबसाइट्स का HTTPS वर्जन उपलब्ध नहीं होता तो यूजर्स को पहले चेतावनी दिखाई जाती है। यूजर्स कुछ वेबसाइट्स को HTTPS मोड बायपास करने के लिए चुन सकेंगे।
सेफ ब्राउजिंग फीचर्स पर काम कर रही है गूगल
इसके अलावा गूगल जल्द क्रोम ब्राउजर यूजर्स के लिए नए फीचर्स लाने वाली है। यूजर्स को क्रोम 91 अपडेट के साथ नए बदलाव देखने को मिलेंगे और अपग्रेड के तौर पर कंपनी कुछ 'सेफ ब्राउजिंग' फीचर्स दे सकती है। Mashable की रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रोम ब्राउजर में मिलने वाले फीचर्स के साथ यूजर्स बेहतर क्रोम एक्सटेंशंस चुन पाएंगे। इसके अलावा वेब से मालिशियस फाइल्स डाउनलोड करने की स्थिति में भी यूजर्स को प्रोटेक्शन मिलेगा।