चाइनीज ओलंपिक्स ऐप चुरा रही थी यूजर्स का पर्सनल डाटा, डाउनलोड करना अनिवार्य
चीन की राजधानी बीजिंग में इस साल ओलंपिक गेम्स होने वाले हैं, जिसका हिस्सा बनने के लिए ओलंपिक्स ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है। सामने आया है कि MY2022 नाम की चाइनीज ओलंपिक्स ऐप यूजर्स का पर्सनस डाटा जुटा रही है। इस ऐप में कुछ सुरक्षा खामियां मौजूद हैं, जिनकी वजह से यूजर्स का पर्सनल और सेंसिटिव डाटा चुराया जा सकता है। इस डाटा में उनके पासपोर्ट डीटेल्स से लेकर हेल्थ रिकॉर्ड्स तक शामिल हो सकते हैं।
सिटिजन लैब ने दी खामी की जानकारी
सिटिजन लैब के रिसर्चर्स ने बताया, "बीजिंग में होने जा रहे 2022 ओलंपिक्स गेम्स का हिस्सा बनने जा रहे सभी एथलीट्स के लिए अनिवार्य MY2022 ऐप में एक बड़ी खामी मौजूद है, जिसके साथ यूजर्स की वॉइस का ऑडियो और फाइल ट्रांसफर्स से जुड़े एनक्रिप्शन से समझौता किया जा सकता था।" रिसर्चर्स की मानें तो ऐप अटैकर्स को यूजर की वह जानकारी दे सकती है, जो इसे शेयर नहीं करनी चाहिए।
यह डाटा जुटाती है MY2022 ऐप
रिपोर्ट में बताया गया है कि ऐप यूजर्स का बेहद पर्सनल और सेंसिटिव मेडिकल डाटा इकट्ठा करती है। हालांकि, यूजर्स को यह नहीं बताया जाता कि उनका डाटा किस संगठन के साथ शेयर किया जा रहा है। इस ओलंपिक ऐप में यूजर्स को 'राजनीतिक रूप से संवेदनशील' कंटेंट रिपोर्ट करने का विकल्प भी दिया गया है। साथ ही इसमें सेंसरशिप कीवर्ड लिस्ट दी गई है, जिसमें चीन से जुड़े कई राजनीतिक विषय भी शामिल हैं।
फरवरी में होना है विंटर ओलंपिक गेम्स का आयोजन
2022 विंटर ओलंपिक गेम्स का आयोजन 4 फरवरी से 20 फरवरी के बीच बीजिंग में होना है। कोविड-19 संक्रमण से जुड़े खतरे को ध्यान में रखते हुए चीन ने आयोजन का हिस्सा बनने वाले सभी लोगों से यहां पहुंचने के 14 दिन पहले से MY2022 ऐप डाउनलोड करने को कहा है। इस तरह ऐप यूजर्स का हेल्थ स्टेटस रोज अपडेट और मॉनीटर करेगी। इस ऐप को बीजिंग ऑर्गनाइजिंग कमेटी ने 2022 ओलंपिक्स के साथ मिलकर तैयार किया है।
क्या गैर-जरूरी डाटा जुटा रही है ऐप?
सिटिजन लैब ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीन के यूजर्स के नाम, नेशनल आइडेंटिफिकशन नंबर, फोन नंबर, ईमेल और प्रोफाइल फोटो जैसी जानकारी ऐप मांग रही है। वहीं, दूसरे देशों से आने वाले यूजर्स की पहचान से जुड़ा अलग-अलग तरह का डाटा और पासपोर्ट या यात्रा की जानकारी ऐप मांगती है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई यह डेटा जुटाना ऐप के काम करने के लिए जरूरी है और इसे लेकर पारदर्शिता क्यों नहीं है।
चीन पर लगते रहे हैं जासूसी के आरोप
चीन की सरकार पर इससे पहले भी दूसरे देशों के इंटरनेट यूजर्स और खासकर अमेरिकी नागरिकों की जासूसी के आरोप लगते रहे हैं। यही वजह है कि ऐप में मौजूद खामी को लेकर भी सवालिया निशान उठाए गए हैं। ऑर्गनाइजेशन की ओर से MY2022 ऐप में मौजूद खामी पर अब तक कुछ नहीं कहा गया है। हालांकि, ऐप को जल्द अपडेट्स देकर इसमें मौजूद खामियां और बग्स फिक्स किए जा सकते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
डाटा चोरी जैसे आरोपों के चलते ही भारत सरकार दर्जनों चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा चुकी है। इसके अलावा भारत में 5G नेटवर्क का ढांचा तैयार करने के लिए टेलिकॉम कंपनियों से चाइनीज उपकरणों का इस्तेमाल ना करने को कहा गया है।