सभी एंड्रॉयड यूजर्स को मिलेगा ऐप परमिशंस ऑटो-रीसेट फीचर, ऐसे करता है काम
पिछले साल सर्च इंजन कंपनी गूगल एक नया फीचर एंड्रॉयड 11 के साथ लेकर आई थी, जिसके साथ ज्यादा दिन तक इस्तेमाल ना होने वालीं ऐप्स की परमिशंस रीसेट कर दी जाती हैं। अब कंपनी यह फीचर पुराने डिवाइसेज में भी देने जा रही है और इसे साल के आखिर में रोलआउट किया जाएगा। इस फीचर के साथ यूजर्स तय कर सकते हैं कि कोई ऐप बैकग्राउंड में उन्हें ट्रैक ना करे या परमिशंस का गलत इस्तेमाल ना कर सके।
कम इस्तेमाल होने वाली ऐप्स को नहीं मिलेगा ऐक्सेस
एंड्रॉयड 11 में मिलने वाले फीचर के साथ गूगल तय करती है कि एंड्रॉयड डिवाइसेज में लंबे वक्त से इंस्टॉल पुरानी ऐप्स को इस्तेमाल ना होने पर यूजर्स के डिवाइस डाटा का ऐक्सेस ना मिले। केवल वही ऐप्स यूजर्स का डाटा सेवाएं देने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं, जिनका इस्तेमाल किया जा रहा है। एंड्रॉयड 11 और इसके बाद वाले एंड्रॉयड वर्जन्स में यह फीचर ऑटो-इनेबल्स है, यानी कि यूजर्स को सेटिंग्स में बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ती।
गूगल ने आधिकारिक बयान में दी जानकारी
गूगल ने नए फीचर के बारे में कहा, "एंड्रॉयड 11 में हम परमिशंस ऑटो-रीसेट फीचर लेकर आए थे। इस फीचर की मदद से ऐप की रनटाइम परमिशंस को अपने आप रीसेट कर दिया जाता था, जिससे यूजर की प्राइवेसी बनी रहे।" कंपनी ने बताया कि ऐसा लंबे वक्त तक इस्तेमाल ना होने वाली ऐप्स के साथ किया जाता था। इस फीचर के चलते कई महीने बाद कोई ऐप लॉन्च करने पर यूजर्स को फिर से उसे परमिशंस देनी होती हैं।
साल के आखिर में मिलने लगेगा फीचर
सर्च इंजन कंपनी ने कहा है कि परमिशंस ऑटो-रीसेट फीचर अब करोड़ों पुराने एंड्रॉयड डिवाइसेज के लिए भी रोलआउट किया जाएगा। दिसंबर, 2021 से शुरू होकर यह फीचर बाकी एंड्रॉयड यूजर्स को भी मिलने लगेगा। इसे कई फेज में अगले साल की पहली तिमाही तक रोलआउट किया जाएगा। कंपनी का कहना है कि एंड्रॉयड 6.0 (API लेवल 23) या इसके बाद वाले वर्जन्स वाली गूगल प्ले सर्विसेज वाले डिवाइसेज में यह फीचर अपने आप इनेबल हो जाएगा।
गूगल प्ले सर्विसेज के जरिए मिलेगा फीचर
गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि नया बदलाव ऐप डिवेलपर्स को किस तरह प्रभावित करेगा या फिर इसके चलते उन्हें ऐप में किस कोड की जरूरत होगी। एंड्रॉयड फोन्स को मिलने वाला अपडेट गूगल प्ले सर्विसेज से जुड़ा है और स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर्स इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हैं इसलिए नया फीचर उन डिवाइसेज में भी मिलेगा, जिन्हें अब सिस्टम अपडेट्स नहीं दिए जा रहे हैं। यानी कि नया फीचर यूजर्स को गूगल प्ले सर्विसेज के जरिए मिलेगा।
किसी ऐप को ना दें गैर-जरूरी परमिशंस
डिवाइस में कोई भी नई ऐप इंस्टॉल करने और पहली बार ओपेन करने पर यूजर्स से परमिशंस मांगती है। उदाहरण के लिए अगर किसी ऐप को फोन का कैमरा या कॉन्टैक्ट लिस्ट इस्तेमाल करते हुए फीचर्स देने हैं, तो वह कैमरा, माइक्रोफोन या कॉन्टैक्ट्स का ऐक्सेस मांगेगी। ध्यान रहे, आप किसी ऐप को वही परमिशंस दें, जिनकी उसके फीचर्स ऐक्सेस करने के लिए वाकई जरूरत है। आप सेटिंग्स में जाकर ऐप परमिशंस में बदलाव भी कर सकते हैं।