कॉलिंग के बजाय चैटिंग करना ज्यादा पसंद करते हैं भारतीय युवा- रिपोर्ट
स्मार्टफोन्स के साथ अपना ज्यादा वक्त बिताने वाले युवा ऑडियो कॉलिंग के बजाय चैटिंग करना बेहतर समझते हैं। कन्वर्सेशन मीडिया मार्केटिंग प्लेटफॉर्म बॉबल AI की ओर से की गई स्टडी में सामने आया है कि भारतीय युवा किसी को कॉल करने के बजाय चैट में अपनी बात कहना ज्यादा पसंद करते हैं। नीलसन की ओर से की गई रिसर्च और स्टडी में उन युवा यूजर्स को शामिल किया गया, जिनके लिए मेसेजिंग ऐप्स कम्युनिकेशन का आसान और मजेदार तरीका हैं।
शामिल किए गए 11 शहरों के यूजर्स
स्टडी में 18 से 40 साल की उम्र के बीच वाले 900 स्मार्टफोन यूजर्स को शामिल किया गया और उनसे सवाल किए गए। इन 900 लोगों में पांच मेट्रो और छह नॉन-मेट्रो शहरों के यूजर्स शामिल थे। प्रतिक्रिया देने वाले करीब आधे लोगों (50 प्रतिशत) ने कहा कि वे ऑडियो कॉलिंग के मुकाबले चैटिंग करना पसंद करते हैं। वहीं, करीब 37 प्रतिशत ने ऑडियो कॉलिंग और 13 प्रतिशत ने वीडियो कॉलिंग का विकल्प चुना।
पिछले छह महीने में बढ़ी चैटिंग ऐक्टिविटी
स्टडी का हिस्सा बनाए गए यूजर्स में से 83 प्रतिशत ने कहा कि वे दिन में कई बार चैटिंग करे हैं। हर 10 में से सात यूजर्स ने कहा कि पिछले छह महीने में उनकी चैटिंग ऐक्टिविटी बढ़ी है और अगले छह महीने में यह और ज्यादा बढ़ सकती है। मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली में मेंटल हेल्थ एंड बिहेवियरल साइंस हेड समीर मल्होत्रा ने कहा कि चैटिंग से यूजर्स का वक्त बचता है और वे मल्टी-टास्किंग कर पाते हैं।
भावनाएं जताने के लिए इमोजी का इस्तेमाल
चैटिंग करने वाले ज्यादातर (68 प्रतिशत) युवा यूजर्स अपनी भावनाएं जताने के लिए इमोजी का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, अमीर भारतीय युवा स्टिकर्स और GIFs का इस्तेमाल भी खूब करते हैं। दरअसल, न्यू कंज्यूमर क्लासिफिकेशन सिस्टम (NCCS) B कैटेगरी के यूजर्स के पास लो-एंड स्मार्टफोन्स हैं, जिनमें स्टिकर्स या GIFs फॉरमेट्स का सपोर्ट अच्छे से नहीं मिलता। चैटिंग के दौरान महिलाएं (60 प्रतिशत) पुरुषों (45 प्रतिशत) के मुकाबले ज्यादा इमोजी इस्तेमाल करती हैं।
स्टिकर्स की मदद से ब्रैंडिंग का विकल्प
इमोजी, स्टिकर्स और GIFs सभी फॉरमेट्स में री-शेयरिंग देखने को मिलती है, हालांकि इमोजी (करीब 51 प्रतिशत) सबसे ज्यादा रीशेयर किए जाते हैं। वहीं, 33 प्रतिशत यूजर्स स्टिकर्स और 26 प्रतिशत यूजर्स GIFs री-शेयर करते हैं। करीब 72 प्रतिशत यूजर्स ने स्टडी में बताया कि वे चैटिंग के दौरान ब्रैंडेड स्टिकर्स का इस्तेमाल करते हैं। इस तरह ब्रैंड्स अपने प्रचार के लिए स्टिकर पैक्स भी तैयार कर सकते हैं और ज्यादा यूजर्स तक पहुंच सकते हैं।