मैकबुक से जुड़ने के बाद आईफोन और आईपैड पर क्रैश होने लगीं ऐप्स

ऐपल ने पिछले साल अपने M1-चिपसेट पावर्ड पहले मैकबुक मॉडल्स लॉन्च किए हैं और नए मॉडल्स से जुड़ी कई कमियां सामने आ रही हैं। आईपैड और आईफोन यूजर्स शिकायत कर रहे हैं कि M1-पावर्ड मैकबुक मॉडल्स से डिवाइस सिंक (Sync) करने के बाद थर्ड-पार्टी ऐप्स क्रैश हो रही हैं। यूजर्स का कहना है कि थर्ड पार्टी ऐप्स लॉन्च करते ही क्रैश हो जाती हैं और उन्हें इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। वहीं, प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स के साथ यह दिक्कत नहीं है।
M1-चिप वाले मैकबुक मॉडल्स लॉन्च होने के करीब एक महीने बाद से यूजर्स ऐप्स इस बारे में रिपोर्ट कर रहे हैं और यह दिक्कत दूर नहीं हुई है। ऐपल ने अब तक इन रिपोर्ट्स पर कुछ नहीं कहा है और इस दिक्कत का फिक्स भी नहीं रिलीज किया गया है। रेडिट पर आईफोन X यूजर की ओर से शेयर किए गए वीडियो में दिख रहा है कि यूट्यूब, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसी ऐप्स टैप करते ही क्रैश हो रही हैं।
ओरिजनल फोरम पोस्ट में कहा गया है कि क्रैश हो रहीं ऐप्स को दोबारा इंस्टॉल करना या अपडेट करना भी काम नहीं आता क्योंकि इंस्टॉलेशन पूरा होने के बाद ऐप्स के पास दोबारा 'क्लाउड डाउनलोड' आइकन दिखने लगता है। डिवाइस को रीबूट करना या रीस्टोर करना काम नहीं आता। कुछ यूजर्स ने आईफोन और आईपैडOS दोबारा इंस्टॉल करके देखा लेकिन इसके बावजूद बात नहीं बनी। किसी भी तरीके से यूजर्स क्रैश हो रहीं ऐप्स को इस्तेमाल नहीं कर सकते।
ऐपल सपोर्ट फोरम और रेडिट पर ढेरों पोस्ट देखते हुए एक यूजर ने डिवाइस पर क्रैश हो रहीं ऐप्स को ठीक करने का एक तरीका बताया है। यूजर की सलाह है कि आईफोन या आईपैड को दोबारा पुराने कलाटिना (Calatina) OS पर चल रहे मैकबुक से कनेक्ट करने पर ऐप क्रैश की प्रॉब्लम दूर हो सकती है। इस यूजर के पास 2012 का मैकबुक प्रो मॉडल था, जिसके साथ यह ट्रिक कारगर रही।
ढेरों यूजर्स की शिकायतों के बावजूद ऐपल ने इस प्रॉब्लम को लेकर कुछ नहीं कहा है, हालांकि कंपनी M1-चिपसेट वाले मैकबुक मॉडल्स से जुड़ी प्रॉब्लम्स को अगले अपडेट्स में फिक्स कर सकती है। ऐपल ने M1-चिपसेट वाले मैकबुक मॉडल्स के लिए आईफोन और आईपैड ऐप्स का सपोर्ट भी खत्म कर दिया है। यानी कि इन मॉडल्स में यूजर्स अनसपोर्टेड ऐप्स नहीं चला सकते और उन्हें केवल मैकOS स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करनी होंगी।