सबसे छोटा 'आईफोन नैनो' बनाना चाहती थी ऐपल, सामने आया स्टीव जॉब्स का ईमेल
ऐपल साल 2010 में सबसे छोटा आईफोन लाने की तैयारी कर रही थी, जो आईफोन 4 से भी छोटा और सस्ता होता। हालांकि, कंपनी ने ऐसा डिवाइस कभी मार्केट में लॉन्च नहीं किया। ऐपल फाउंडर स्टीव जॉब्स का साल 2010 का एक पुराना ईमेल सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपने कर्मचारियों के साथ यह 'आईफोन नैनो' तैयार करने की योजना शेयर की थी। इस ईमेल को 'हियर इज माय करेंट कट' टाइटल के साथ भेजा गया था।
पब्लिक इवेंट प्रेजेंटेशन जैसा कंटेंट
स्टीव जॉब्स की ओर से भेजे गए ईमेल में कई सबहेडिंग्स दी गई हैं और इन्हें देखकर लगता है कि ईमेल का कंटेंट किसी पब्लिक प्रेजेंटेशन का हिस्सा बनने वाला था। ईमेल सबहेडिंग में लिखा है, "आईफोन नैनो प्लान- कॉस्ट गोल, शो मॉडल (एंड/ऑर रेंडरिंग्स)।" इस सबहेडिंग के बाद बुलेट पॉइंट में '2011 स्ट्रेटजी' लिखा हुआ है और कहा गया है कि 'कंपनी आईपॉड टच पर आधारित लो-कॉस्ट आईफोन मॉडल तैयार करेगी, जो 3Gs की जगह लेगा।'
नए डिवाइस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं
स्टीव जॉब्स के ईमेल में आईफोन नैनो के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। ईमेल से पता नहीं चलता है कि इस डिवाइस के स्पेसिफिकेशंस क्या होंगे या फिर यह कब रिलीज किया जाएगा। बताते चलें, स्ट्रेटजी मीटिंग ईमेल के अलावा 5 अगस्त, 2007 को भेजे गए एक ईमेल में भी जॉब्स ने 'सुपर नैनो' प्रोडक्ट का जिक्र का था, जो आईपॉड का नैनो वर्जन हो सकता है।
'नैनो' ब्रैंडिंग वाला कोई आईफोन नहीं लाई ऐपल
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ऐपल ने अपने किसी फिजिकल प्रोडक्ट के लिए नैनो ब्रैंडिंग का इस्तेमाल नहीं किया था लेकिन जॉब्स का ईमेल आने के के कुछ वक्त बाद ही इसके आईपॉड नैनो की छठी जेनरेशन लॉन्च की गई। हालांकि, कंपनी ने साल 2017 में अपना आईपॉड नैनो बंद कर दिया। रिपोर्ट्स की मानें तो ऐपल का सुपर नैनो प्रोडक्ट साल 2008 में लॉन्च होने वाला था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पिछले साल आईफोन मिनी मॉडल लाई ऐपल
ऐपल जिस नैनो डिवाइस पर काम करने वाली थी, उसे तो मार्केट में नहीं उतारा गया लेकिन पिछले साल कंपनी अपने आईफोन मॉडल्स का मिनी मॉडल लेकर आई है। पिछले साल दिसंबर में मार्केट में उतारे गए आईफोन 12 मिनी को कंपनी एक कॉम्पैक्ट और पावरफुल डिवाइस के तौर पर लेकर आई थी लेकिन इसे मार्केट से अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली। मार्केट में डिमांड कम होने के चलते कंपनी ने इस डिवाइस का प्रोडक्शन बंद कर दिया है।
मार्केट में इसलिए फ्लॉप हुआ आईफोन 12 मिनी
छोटे स्मार्टफोन्स का मार्केट जरूर है, लेकिन यह ऐपल की उम्मीद जितना बड़ा नहीं है। यूजर्स छोटे साइज के आईफोन के लिए बड़ी रकम खर्च करने से भी बचते नजर आए। आज स्मार्टफोन्स मल्टीमीडिया कंज्यूम करने के लिए यूजर्स का पसंदीदा डिवाइस बन चुके हैं, ऐसे में बड़ी स्क्रीन पर बेहतर अनुभव मिलता है। ज्यादातर ऐप्स को स्टैंडर्ड डिस्प्ले साइज के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है, ऐसे में छोटे डिस्प्ले पर टेक्स्ट पढ़ने और टाइपिंग का तरीका बदल चुका है।