
कोई और नहीं देख पाएगा आपकी आईफोन स्क्रीन, ऐपल ने लिया प्राइवेसी आईवियर का पेटेंट
क्या है खबर?
अगर आप उन यूजर्स में से हैं, जिन्हें दूसरों की स्मार्टफोन स्क्रीन में झांकने की आदत है तो ऐपल का नया प्राइवेसी फीचर आपकी आदत सुधार सकता है।
टेक कंपनी प्राइवेसी को महत्व देने वाले यूजर्स के लिए खास डिवाइस ला सकती है, जिसे आंखों पर लगाने के बाद ही स्क्रीन पर दिख रहा कंटेंट ऐक्सेस किया जा सकेगा।
ऐपल पेटेंट में नए आईफोन फीचर का जिक्र है, जिसे इनेबल करने पर स्पेशल ग्लासेज से ही स्क्रीन देखी जा सकेगी।
रिपोर्ट
केवल यूजर को दिखेगी आईफोन स्क्रीन
पेटेंटली ऐपल की रिपोर्ट में बताया गया है कि ऐपल ने US पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस में इस साल नया पेटेंट फाइल किया है।
ऐपल पेटेंट में नए फीचर को 'प्राइवेसी आईवियर' नाम दिया गया है और बताया गया है कि यह सिस्टम डिस्प्ले के साथ 'विजन-करेक्टेड ग्राफिकल आउटपुट्स एंड स्टैंडर्ड ग्राफिकल आउटपुट्स ऑन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस' सपोर्ट करेगा।
नए प्राइवेसी फीचर के साथ केवल यूजर को ही आईफोन स्क्रीन दिखाई पड़ेगी।
हार्डवेयर
आईफोन के लिए आएगा प्राइवेसी आईवियर
पेटेंट से संकेत मिले हैं कि नए फीचर के साथ खास ग्लासेज या वियरेबल पहनने के बाद ही आईफोन चलाया जा सकेगा।
हालांकि, कंपनी के प्राइवेसी आईवियर के स्पेसिफिकेशंस या डिजाइन सामने नहीं आए हैं।
पेटेंट में बताया गया है कि नया प्राइवेसी फीचर जानबूझकर बाकियों के लिए आईफोन स्क्रीन पर दिख रहे ग्राफिकल आउटपुट को ब्लर कर सकता है, जिससे केवल आईवियर पहनने वाला यूजर ही डिवाइस इस्तेमाल कर सके।
तरीका
ऐसे काम करेगा नया प्राइवेसी फीचर
ऐपल उन यूजर्स के लिए स्क्रीन पर दिखने वाला कंटेंट ब्लर कर देगी, जिन्होंने स्पेशल ग्लासेज नहीं पहने हुए हैं।
यानी कि दूसरों को आईफोन स्क्रीन पर मौजूद कंटेंट नहीं समझ आएगा और ब्लर स्क्रीन दिखेगी।
ऐपल पहली कंपनी है, जो यूजर्स को डिवाइस स्क्रीन पर दिखने वाले कंटेंट के लिए एक्सट्रा प्राइवेसी दे सकती है।
हालिया सॉफ्टवेयर अपडेट्स के जरिए भी ऐपल का फोकस यूजर्स को बेहतर प्राइवेसी और कंट्रोल्स देने पर है।
फेस ID
लोगों की पहचान कर सकेगा फेस ID सिस्टम
पेटेंट में एक नए सिस्टम का जिक्र भी है, जो लोगों की पहचान कर सकेगा और उनके चेहरों में अंतर पता लगाएगा।
यह सिस्टम हेयरस्टाइल्स, दाढ़ी, मूंछों, ग्लासेज, नो ग्लासेज, रीडिंग ग्लासेज और सनग्लासेज वगैरह के आधार पर चेहरों के बीच अंतर समझ सकेगा।
इस सिस्टम का इस्तेमाल कंपनी अपने फ्यूचर इंप्रूवमेंट्स और बेहतर ऑथेंटिकेशन के लिए कर सकती है।
आईफोन X सीरीज के बाद से आईफोन मॉडल्स में फेस ID ऑथेंटिकेशन का विकल्प दिया जा रहा है।
पेटेंट
फाइनल रोलआउट पर कुछ कहना जल्दबाजी
ऐपल पेटेंट में जिन नए फीचर्स का जिक्र है, उन्हें फाइनल डिवाइसेज या अपडेट्स का हिस्सा कब तक बनाया जाएगा, इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
कंपनी ने आधिकारिक रूप से ऐसे प्राइवेसी फीचर्स या प्राइवेसी डिवाइस के बारे में कुछ नहीं कहा है।
बताते चलें, पेटेंट लेना किसी भी टेक्नोलॉजी या डिवाइस के डिवेलपमेंट की पहली स्टेज होती है और ज्यादातर पेटेंट्स अक्सर फाइनल डिवाइस या प्रोडक्ट का हिस्सा नहीं बन पाते।