देशभर में बाढ़ की चेतावनी देगी गूगल, भारत में लाइव हुआ 'फ्लड फोरकास्टिंग सिस्टम'
क्या है खबर?
सर्च इंजन कंपनी गूगल ने घोषणा की है कि यह अपने फ्लड फोरकास्टिंग इनीशिएटिव को भारत भर में एक्सपैंड कर रही है।
यानी कि अब देशभर में यूजर्स को गूगल के जरिए बाढ़ की चेतावनी दे जाएगी और ऐसे खतरों से बचाया जाएगा।
भारत बाढ़ के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले भौगोलिक क्षेत्रों में से एक है, इसलिए फीचर काम का साबित होगा।
पूर्वानुमान के चलते समय रहते लोगों को खतरे से बचाकर सुरक्षित जगहों पर भेजा जा सकेगा।
ब्लॉग
गूगल ने ब्लॉग पोस्ट में दी जानकारी
कंपनी ने इस सप्ताह एक ब्लॉग पोस्ट में नए बदलाव की जानकारी दी।
गूगल ने लिखा, "अब हमारी ओर से इनीशिएटिव का एरिया बढ़ाया जा रहा है और 36 करोड़ यूजर्स को इसका फायदा मिलेगा।"
बता दें, गूगल ने अपना फ्लड फोरकास्टिंग इनीशिएटिव साल 2018 में शुरू किया था, जो बाढ़ से होने वाले नुकसान की जानकारी देता है और भारत में करीब 22 करोड़ लोगों की मदद कर रहा है।
अलर्ट
पहले से तीन गुना ज्यादा अलर्ट्स भेजे
कंपनी ने बताया है कि पहले तीन साल में गूगल के नए इनीशिएटिव ने करीब चार करोड़ लाइफ-सेविंग अलर्ट्स भेजे।
हालांकि, साल 2021 में ये अलर्ट्स ज्यादा बड़े क्षेत्र में यूजर्स को भेजे जा रहे हैं और इनकी संख्या बढ़कर इस साल 11.5 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है।
गूगल का फ्लड फोरकास्टिंग इनीशिएटिव कंपनी के बड़े क्राइसिस रिस्पॉन्स प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसकी मदद से खतरे की स्थिति में यूजर्स को भरोसेमंद जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।
बयान
भारत और बांग्लादेश में लाइव हुआ सिस्टम
गूगल ने कहा, "हमारा फ्लड फोरकास्टिंग सिस्टम पूरे भारत और बांग्लादेश में लाइव हो चुका है और हम इन लाइफ-सेविंग अलर्ट्स का दायरा साउथ एशिया और साउथ अमेरिका तक बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। वक्त बीतने के साथ ही हम इन्हें हर जगह उपलब्ध करना चाहते हैं।"
कंपनी ने कहा है कि इसका मकसद अलर्ट्स को ज्यादा स्थानीय, सहज और सटीक बनाना है, जिनपर समय रहते जरूरी ऐक्शन लिया जा सके।
हब
गूगल फ्लड हब भी किया गया लॉन्च
टेक कंपनी ने हाल ही में गूगल फ्लड हब भी लॉन्च किया है, जिससे बाढ़ से जुड़ा हाइपर-लोकल डाटा दिखाया जाए।
ग्लोबल फ्लड अलर्ट्स केवल यह जानकारी देते हैं कि किसी नदी का जलस्तर कितना बढ़ सकता है।
वहीं, गूगल फ्लड अलर्ट्स में खतरे का संभावित मैप भी दिखाया जाता है, जिससे प्रभावित क्षेत्र का पता बेहतर ढंग से लगाया जा सके।
यूजर्स इन मैप्स में जूम कर किसी खास क्षेत्र में होने वाले नुकसान का अंदाजा लगा सकते हैं।
साझेदारी
गूगल की स्थानीय संगठनों के साथ साझेदारी
कंपनी ने बाढ़ से जुड़ी जानकारी देने और लोगों को इसके खतरे से बचाने के लिए भारत में कई स्थानीय सहायता संगठनों और सरकारी एजेंसियों के साथ पार्टनरशिप की है।
गूगल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रेसेंट सोसाइटीज और इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (IRCS) के साथ मिलकर काम कर रही है, जिससे उन लोगों तक बाढ़ के खतरे की चेतावनी पहुंचाई जा सके, जिनके पास स्मार्टफोन्स या इंटरनेट का ऐक्सेस नहीं है।