
आईफोन सेटिंग्स में विज्ञापन दिखाने लगी ऐपल, यूजर्स ने जताई नाराजगी
क्या है खबर?
ऐपल के डिवाइसेज में यूजर्स को प्रीमियम हार्डवेयर के अलावा क्लीन सॉफ्टवेयर एक्सपीरियंस मिलता है, जो इनके लोकप्रिय होने की कई वजहों में से एक है।
हालांकि, टेक कंपनी अपने क्लीन सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव करती दिख रही है और पहली बार आईफोन सेटिंग्स में विज्ञापन दिख रहे हैं।
एंड्रॉयड डिवाइसेज की तरह ही ऐपल में भी ऐड्स दिखने को लेकर यूजर्स ने नाराजगी जताई है और वे इस बारे में सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं।
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सेटिंग्स सेक्शन में दिख रहे हैं ऐड्स
ऐपल अभी केवल अपने ऑपरेटिंग सिस्टम के सेटिंग्स मेन्यू में यूजर्स को ऐड दिखा रही है।
ज्यादातर यूजर्स को ऐपल की सेवाओं या प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स में विज्ञापन दिखे हैं, जिनमें ऐपल आर्केड और ऐपल फिटनेस+ वगैरह शामिल हैं।
हालांकि, कई मामलों में यूजर्स को थर्ड पार्टी ऐप्स में भी विज्ञापन दिख रहे हैं।
फिलहाल इन जगहों पर यूजर्स को उनकी पसंद के हिसाब से पर्सनलाइज्ड ऐड दिखाए जा रहे हैं।
प्राइवेसी
यूजर्स ने सोशल मीडिया पर लिखा
यूजर्स ने ऐपल सपोर्ट फोरम और बाकी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इस बारे में लिखा है।
एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, "ऐपल प्राइवेसी के बारे में बहुत बातें करती है लेकिन अब मुझे OS में ऐड दिख रहे हैं? जब हमने ऐपल डिवाइसेज के लिए बड़ी रकम का भुगतान किया था तो क्या हमने OS के लिए भी भुगतान नहीं किया।"
हालांकि, कई यूजर्स ने ऐपल का बचाव करते हुए कहा कि यह बेहतर सुझाव देने की प्रक्रिया है।
फीचर
ऐपल लाई प्राइवेसी लेबल्स फीचर
ऐपल अपने OS अपडेट में नया प्राइवेसी लेबल्स फीचर यूजर्स को देने जा रही है।
इस फीचर के आने के बाद ऐप डिवेलपर्स को यूजर्स को ट्रैक करने के लिए उनसे परमिशन मांगनी होगी। ऐपल चाहती है कि डिवेलपर यूजर्स को बताएं कि उनका कौन सा डाटा कलेक्ट या ट्रैक किया जा रहा है।
ऐपल अपनी वेबसाइट पर भी यूजर्स की प्राइवेसी का सम्मान करते हुए उन्हें बेहतर ऐप्स, प्रोडक्ट्स और सेवाओं के सुझाव देने की बात कहती है।
तरीका
ऐसे बंद करें पर्सनलाइज्ड ऐड्स
यूजर्स को पर्सनलाइज्ड विज्ञापन दिखाने और उनकी पसंद के हिसाब से सुझाव देने के लिए ऐपल उनसे जुड़ी जानकारी इस्तेमाल करती है।
आप चाहें तो सेटिंग्स में जाकर ऑपरेटिंग सिस्टम में दिखने वाले पर्सनलाइज्ड ऐड्स बंद कर सकते हैं।
इसके लिए आपको सेटिंग्स के बाद प्राइवेसी और फिर ऐपल ऐडवर्टाइजिंग में जाना होगा।
मजेदार बात यह है कि सेटिंग्स बदलने के बावजूद दिखने वाले ऐड्स की संख्या कम नहीं होगी लेकिन वे ऐड पर्सनलाइज्ड नहीं रह जाएंगे।