आईफोन और ऐपल वॉच से जा रही हैं फर्जी SOS कॉल्स, आपातकालीन सर्विस के लोग परेशान
आईफोन और ऐपल वॉच जहां अपने बेहतरीन फीचर्स के लिए जाने जाते हैं वहीं अब ये इमरजेंसी सर्विस के लिए एक बड़ी दिक्कत बन गए हैं। लोगों के आईफोन और ऐपल वॉच से अमेरिका के इमरजेंसी सर्विस नंबर 911 पर फर्जी SOS कॉल्स लग जा रही हैं। इस दिक्कत से वहां के इमरजेंसी कंट्रोल रूम में फर्जी कॉल्स बढ़ गई हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस पर एक रिपोर्ट पेश की है, जो कोलोराडो में फर्जी SOS कॉल से जुड़ी है।
इमरजेंसी सर्विस से जुड़े लोगों को हो रही मुश्किल
फर्जी कॉल से इमरजेंसी सर्विस से जुड़े डिस्पैचर और उत्तरदाताओं को भी मुश्किल हो रही है। समिट काउंटी की इमरजेंसी सर्विस की अंतरिम निदेशक ट्रिना ड्रमर ने कहा, "मेरा पूरा दिन क्रैश से जुड़ी सूचनाओं के प्रबंधन में ही लगा रहता है।" रिपोर्ट के अनुसार, उनके विभाग को 13 जनवरी से 22 जनवरी के बीच 185 कॉल्स प्राप्त हुईं, जबकि उन्होंने बताया इससे पहले अब तक के सबसे व्यस्त दिन में भी लगभग इससे आधी कॉल ही आई हैं।
ऐपल के इन डिवाइस में हो रही है दिक्कत
ऐपल ने आईफोन 14 के लॉन्च के दौरान क्रैश डिटेक्शन फीचर पेश किया था। यह फीचर ऐपल वॉच सीरीज 8, ऐपल वॉच अल्ट्रा और ऐपल वॉच SE 2022 मॉडल में भी है। इस फीचर का काम दुर्घटना, कार एक्सीडेंट, जमीन पर गिर जाने की स्थिति में आपातकालीन सेवाओं के लिए SOS भेजना है, लेकिन ये कभी-कभी बिना किसी दुर्घटना के भी इमरजेंसी कॉल कर रहा है।
फर्जी कॉल के चक्कर में कहीं छूट न जाए जरूरतमंद
फर्जी इमरजेंसी कॉल को लेकर कई तरह की चिंता पैदा हो रही हैं, जिनमें सबसे प्रमुख ये है कि इन फर्जी कॉल्स के चक्कर में डिस्पैचर कहीं हकीककत में दुर्घटना वाली जगह पर मदद पहुंचाने से चूक न जाएं। ऐपल का क्रैश डिटेक्शन और फॉल डिटेक्शन फीचर कार दुर्घटना, अचानक से गिर जाने की स्थिति में अब तक कई लोगों के लिए उपयोगी साबित हुआ है क्योंकि इसकी मदद से अपने आप इमरजेंसी सर्विस को SOS कॉल लग जाती है।
ऐपल डिवाइस में पहले भी आ चुकी है ऐसी दिक्कत
सबसे ज्यादा फर्जी इमरजेंसी कॉल स्कीइंग (बर्फ से जुड़ा खेल) से जुड़े लोगों के आईफोन और वॉच से जा रही हैं। स्कीइंग से जुड़े लोग जहां रूकते हैं वहां के स्की रिसॉर्ट्स ने लोगों को इस फीचर को बंद करने या फिर सॉफ्टवेयर अपडेट करने के लिए कह रहे हैं। ये पहली घटना नहीं जब ऐपल के क्रैश डिटेक्शन, फॉल डिटेक्शन ने मुश्किल पैदा की हो। इससे पहले नवंबर में पार्क सिटी, यूटा में भी यही समस्या सामने आई थी।
ऐपल को है पूरे मामले की जानकारी
इस मामले में कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐपल इस समस्या से अवगत है कि फीचर्स में कमी के चलते फर्जी कॉल से इमरजेंसी सर्विस को असुविधा हो रही है, जबकि यूजर्स किसी गंभीर दुर्घटना या गिरने का शिकार नहीं हुए। उनका कहना है कि ऐपल इसे रोकने के लिए अपनी तरफ से कुछ ऑप्टिमाइजेशन करता है तो स्कीयर और स्नोबॉर्डर्स को मुश्किल हो सकती है। इसलिए नया सॉफ्टवेयर अपग्रेड करना ही उपाय है।