मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनने वाले जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला कौन हैं?
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ आज जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
ये दोनों नेता अपने-अपने क्षेत्र में कद्दावर शख्सियत हैं। देवड़ा मंदसौर के मल्हारगढ़ विधानसभा से विधायक हैं और अनुसूचित जाति (SC) से संबंध रखते हैं, वहीं राजेंद्र शुक्ला प्रदेश की रीवा सीट से विधायक हैं और वे विंध्य प्रदेश क्षेत्र में एक मजबूत ब्राह्मण चेहरा हैं।
आइए जानते हैं दोनों उपमुख्यमंत्रियों से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
जगदीश देवड़ा
जगदीश देवड़ा लगातार 7 वीं बार बने विधायक
जगदीश देवड़ा का जन्म नीमच जिले के रामपुरा गांव में 1 जुलाई, 1957 को हुआ था। वह पेशे से वकील और समाजसेवी हैं। उनके पिता का नाम गेंदालाल देवड़ा और पत्नी का नाम रेणु देवड़ा है, जिनसे उन्हें 2 बेटे हैं।
उन्होंने MA और LLB की डिग्री हासिल की है।
देवड़ा 6 बार विधायक रह चुके हैं और अब वह 7वीं बार चुनाव जीते हैं। वह पहली बार 1990 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे।
राजनीतिक करियर
कैसे हुई राजनीतिक करियर की शुरुआत?
66 वर्षीय देवड़ा ने अपना राजनीतिक करियर 1979 में भाजपा की युवा शाखा - भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के साथ शुरू किया था।
वह मंदसौर जिले में मंडल अध्यक्ष, जिला महासचिव और जिला अध्यक्ष सहित कई पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं।
मध्य प्रदेश में उन्होंने 2003 में राज्य मंत्री के रूप में गृह, स्कूल शिक्षा और ऊर्जा विभाग संभाला था। वह 24 मार्च से 2 जुलाई 2020 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर थे।
जानकारी
देवड़ा का है 2008 से मल्हारगढ़ सीट पर कब्जा
मल्हारगढ़ सीट पर देवड़ा ने 2008 से कब्जा बनाया हुआ है। 2008, 2013, 2018 और 2023 के चुनावों में उन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की है। इसके अलावा उन्होंने 1990, 1993 और 2003 में सुवासरा निर्वाचन क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व किया है।
राजेंद्र शुक्ला
कौन हैं राजेन्द्र शुक्ला?
शुक्ला का जन्म 3 अगस्त 1964 को रीवा में हुआ था। उनके पिता भैयालाल शुक्ला एक ठेकेदार और सामाजिक कार्यकर्ता थे।
उन्होंने सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक में डिग्री प्राप्त की थी।
उनका विवाह सुनीता शुक्ला से हुआ और उनके तीन बच्चे हैं।
1986 में शुक्ला कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। 1998 में उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन मामूली अंतर से हार गए थे।
मंत्रालय
शुक्ला मध्य प्रदेश सरकार में संभाल चुके हैं कई बड़े पद
साल 2003 में उन्होंने रीवा से पहली बार विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने 2008, 2013 और 2023 में भी इस सीट से जीत हासिल की।
वह 2003 में उमा भारती की सरकार में मंत्री भी रहे हैं। शुक्ला ने मध्य प्रदेश सरकार में सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, उद्योग और ऊर्जा सहित कई मंत्रालय संभाले हैं।
उन्हें रीवा में हवाई अड्डे और सबसे बड़ी सौर परियोजना सहित विकास परियोजनाओं के लिए जाना जाता है।
न्यूजबाइट्स प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जिन नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया है, वे मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल तक नहीं थे।
भाजपा ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय, मध्य प्रदेश में मोहन यादव को और राजस्थान में भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया है।
माना जा रहा है कि राजस्थान में एक ब्राह्मण को मुख्यमंत्री चुनकर भाजपा ने सवर्णों को साधने की कोशिश की है।