
विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार, जितिन प्रसाद बने कैबिनेट मंत्री
क्या है खबर?
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री तो पलटू राम, संगीता बिंद, संजय गौड़, दिनेश खटिक, धर्मवीर प्रजापति और छत्रपाल गंगवार को राज्यमंत्री बनाया गया है।
राजधानी लखनऊ में हुए कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आदि नेता शामिल हुए।
जानकारी
जून में भाजपा के साथ जुड़े थे प्रसाद
जितिन प्रसाद ने 2001 में युवा कांग्रेस के साथ सियासी सफर की शुरुआत की थी। 2004 लोकसभा चुनाव में वो जीत दर्ज कर सांसद बने थे। साल 2008 में मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया। 2009 के लोकसभा में चुनावों में वो एक बार फिर धौरहरा सीट से जीतकर सांसद बने।
हालांकि, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी। इसी साल जून में वो भाजपा में शामिल हुए थे।
उत्तर प्रदेश
तीन मंत्रियों की कोरोना के कारण हुई थी मौत
बता दें कि महामारी की दूसरी लहर में उत्तर प्रदेश के तीन मंत्रियों की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई थी। उनकी जगह के अलावा अन्य खाली पदों को भी आज भरा गया है।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा, "ये मंत्री समाज के उन हिस्सों से आए हैं जिन्हें कोई नहीं पूछता था, भाजपा ने उनको सम्मान और मंत्री परिषद में जगह दिया है।"
प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार को करार दिया छलावा
मंत्रिमंडल विस्तार पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे छलावा करार दिया है।
उन्होंने कहा कि अब तक जिनका हक मारा गया, आज उनको प्रतिनिधित्व देने का नाटक किया जा रहा है। जब तक इन मंत्रियों के नामों की पट्टी का रंग सूखेगा, तब तक विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी।
अखिलेश ने ट्विटर पर लिखा कि भाजपाई नाटक का समापन अंक शुरू हो गया है।
जानकारी
केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में भी उत्तर प्रदेश पर दिया गया था ध्यान
विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने उत्तर प्रदेश के सात नेताओं को केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह दी थी।
जुलाई में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में जिन सात चेहरों को शामिल किया गया था, उनमें से अपना दल की अनुप्रिया पटेल को छोड़कर सभी भाजपा नेता थे। अनुप्रिया पटेल भाजपा के सहयोगी अपना दल की प्रमुख हैं।
फिलहाल केंद्र में उत्तर प्रदेश के 14 लोकसभा और राज्यसभा सांसद मंत्री पद संभाल रहे हैं।