कोरोना के बढ़ते संकट के बीच राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में अपनी रैलियां रद्द कीं
कोरोना वायरस की दूसरी और पहली से अधिक खतरनाक लहर के चलते बिगड़ रहे हालातों को देखते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में अपनी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है। पश्चिम बंगाल में अभी विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार चल रहा है और राहुल का कई रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम था, लेकिन महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच उन्होंने अपनी सभी सार्वजनिक सभाएं रद्द कर दी हैं।
दूसरे नेताओं से भी किया रैलियां रद्द करने का आग्रह
राहुल ने अपने फैसले की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा कि वो कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए पश्चिम बंगाल में अपनी रैलियों को रद्द कर रहे हैं। उन्होंने दूसरे राजनेताओं से भी ऐसा करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें मौजूदा स्थिति में बड़ी सार्वजनिक रैलियां आयोजित करने के परिणामों के बारे में सोचना चाहिए। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई नेता लगातार रैलियां कर रहे हैं।
राहुल ने ट्वीट कर दी जानकारी
पश्चिम बंगाल में पांच चरण संपन्न
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से शुरू हुए विधानसभा चुनावों के पांच चरण संपन्न हो चुके हैं। बाकी बचे चरणों के लिए 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे और 2 मई को नतीजों का ऐलान होगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से बाकी बचे सभी चरणों का मतदान एक साथ कराने की अपील की थी, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई फैसला नहीं हुआ है।
महामारी के साये में हो रहे चुनाव
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव ऐसे समय हो रहे हैं, जब देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। हाल ही में एक विधायक की कोरोना वायरस के कारण मौत हुई थी। इसके अलावा कई उम्मीदवार कोरोना संक्रमित भी पाए जा चुके हैं। दूसरी तरफ महामारी के चुनाव प्रचार के लिए राजनेताओं की भारी आलोचना हो रही है। आलोचकों का कहना है कि राजनेता रैलियां और रोड शो कर गलत उदाहरण पेश कर रहे हैं।
देश में संक्रमण की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के रिकॉर्ड 2,61,500 नए मामले सामने आए और 1,501 मरीजों की मौत हुई। देश में लगातार चौथे दिन दो लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,47,88,109 हो गई है। इनमें से 18,01,316 सक्रिय मामले हैं और 1,77,150 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। अमेरिका के बाद भारत इस महामारी से दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।