राजस्थान: अशोक गहलोत से वसुंधरा राजे और बाबा बालकनाथ तक, क्या रहा बड़े चेहरों का हाल?
राजस्थान की 199 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। भाजपा ने 115 सीटें जीती हैं और वो अगली सरकार बनाएगी। दूसरी ओर कांग्रेस को महज 69 सीटों पर जीत मिली है। इन चुनावों में दोनों ही पार्टियों की ओर से कई बड़े नेताओ की किस्मत दांव पर लगी थी। आइए जानते हैं कि राजस्थान में किन बड़े नेताओं को हार या जीत का सामना करना पड़ा।
अशोक गहलोत और सचिन पायलट जीते
सरदारपुरा से मैदान में उतरे कांग्रेस प्रत्याशी और निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ी जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा के डॉक्टर महेंद्र राठौर को 26,396 वोटों से हराया। 2018 का चुनाव गहलोत ने 45,597 वोटों के अंतर से जीता था. यानी उनकी जीत का अंतर कम हुआ है। टोंक सीट से सचिन पायलट ने 29, 475 वोटों से जीत दर्ज की है। शुरुआती रुझानों में पायलट पिछड़ गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने वापसी करते हुए जीत दर्ज की।
वसुंधरा राजे की बड़ी जीत, सतीश पूनिया हारे
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की दिग्गज नेता वसुंधरा राजे झालरापाटन से मैदान में थीं। उन्होंने 53,193 वोटों से कांग्रेस के प्रत्याशी रामलाल को हराया। पिछले चुनावों में राजे को 1,16,484 और उनके निकटतम कांग्रेस प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह को 81,504 वोट मिले थे। आमेर से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया को 9,092 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी प्रशांत शर्मा ने हराया।
गोविंद डोटासरा और हनुमान बेनीवाल भी जीते
सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जीत दर्ज की है। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया को 17,504 वोटों से हराया। डोटासरा इस सीट से लगातार 3 बार विधायक रह चुके हैं। खींवसर सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल मैदान में थे। उन्होंने भाजपा के रेवंत राम डंग को 2,059 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। बेनीवाल नागौर जिले से लोकसभा सांसद हैं।
राज्यवर्धन राठौड़ जीते, विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी हारे
झोटवाड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के अभिषेक चौधरी को 50,167 वोटों से हराया। 2018 के चुनावों में ये सीट कांग्रेस के पास थी। नाथद्वारा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें भाजपा के विश्वराज सिंह मेवाड़ ने 7,504 वोटों से हराया। जोशी इस सीट से 5 बार विधायक रहे हैं। उन्होंने भीलवाड़ा से सांसद का चुनाव भी जीता है।
'राजस्थान के योगी' महंत बालकनाथ जीते
तिजारा सीट से भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ ने कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान को 6,173 वोटों से हराया है। इस हाई प्रोफाइल सीट पर चुनावी प्रचार के दौरान बालकनाथ के बयान सुर्खियों में रहे थे। बालकनाथ को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत के खास माने जाने वाले और प्रदेश सरकार में मंत्री शांति धारीवाल को भी जीत मिली है। उन्होंने भाजपा के प्रह्लाद गुंजल को 2,486 वोटों से हराया।
गोविंदराम मेघवाल और प्रताप खाचरियावास को मिली हार
खाजुवाला सीट से कांग्रेस के विधायक और मंत्री रहे गोविंद राम मेघवाल को हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें भाजपा के विश्वनाथ मेघवाल ने 17,374 वोटों से हराया। विश्वनाथ इस सीट से पहले भी विधायक रहे हैं। सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से भी गहलोत सरकार के मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास को बड़ी हार मिली है। उन्हें भाजपा के गोपाल शर्मा ने 28,329 वोटों से हरा दिया है।