सुबह महत्वपूर्ण कमेटियों से बाहर राजनाथ सिंह का नाम शाम होते-होते हुआ शामिल
मोदी सरकार ने हाल ही में आठ कैबिनेट कमेटियों का पुनर्गठन किया था। इनमें से केवल दो कमेटियों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जगह दी गई थी। राजनाथ सिंह के अनुभव और वरिष्ठता को देखते हुए उनको केवल दो कमेटियों में शामिल करने के फैसले पर कई सवाल उठ रहे थे। मीडिया में रिपोर्ट आने के कुछ ही घंटो बाद सरकार ने अपना फैसला बदलते हुए राजनाथ सिंह को चार और कमेटियों में जगह दे दी है।
पहले इन कमेटियों में शामिल थे राजनाथ सिंह
गुरुवार सुबह आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आठ में से केवल दो कमेटियों का सदस्य बनाया गया था। उन्हें कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) और कैबिनेट कमेटी ऑन इकॉनोमिक अफेयर्स (CCEA) में शामिल किया गया था।
इन कमेटियों में जोड़ा गया राजनाथ सिंह का नाम
गुरुवार शाम को सरकार ने अपने फैसले में संशोधन करते हुए राजनाथ सिंह को चार और कमेटियों का सदस्य बनाया है। अब उन्हें CCS और CCEA के अलावा कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन इन्वेस्टमेंट एंड ग्रोथ और कैबिनेट कमेटी ऑन इंप्लॉयमेंट एंड स्किल डेवलेपमेंट में शामिल किया गया है। राजनाथ को कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स में न सिर्फ शामिल किया गया है बल्कि उन्हें इसका प्रमुख भी बनाया गया है।
अमित शाह हर कमेटी में शामिल
गृह मंत्री अमित शाह पर प्रधानमंत्री मोदी का भरोसा एक बार फिर दिखा है। नई सरकार ने आठ कैबिनेट कमेटियों को दोबारा गठित किया है। इन आठों कमेटियों में अमित शाह को जगह मिली है। इसका मतलब साफ है कि पार्टी पर पकड़ के साथ-साथ अब सरकार के हर फैसले में अमित शाह की छाप रहेगी। जानकार कयास लगा रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अपने उत्तराधिकारी के तौर पर तैयार कर रहे हैं।
मोदी सरकार ने गठित की आठ कमेटियां
मोदी सरकार ने अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट, कैबिनेट कमेटी ऑन अकोमडेशन, कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी, कैबिनेट कमेटी ऑन इनवेस्टमेंट एण्ड ग्रोथ और कैबिनेट कमेटी ऑन इम्पलॉयमेंट एण्ड स्किल डेवलेपमेंट गठन किया है। सरकार के कामकाज को आसान बनानेके लिए इम कमेटियों का गठन किया जाता है। आइये जानते हैं कि इनमें से हर कमेटी का काम क्या होता है।
अकोमेडेशन और अप्वाइंटमेंट
अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट- यह कमेटी सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों, सैन्य अभियानों के महानिदेशक, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख, रक्षामंत्री के लिए वैज्ञानिक सलाहकार, रिजर्व बैंक के गर्वनर, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां करती है। कैबिनटे कमेटी ऑन अकोमेडेशन- यह कमेटी सरकारी आवासों से जुड़े नियम और दिशा-निर्देश तैयार करती है। साथ ही यह केंद्रीय कर्मचारियों को दिल्ली से बाहर भेजने का भी निर्णय करती है।
इकॉनोमिक और पार्लियामेंट्री अफेयर्स
कैबिनेट कमेटी ऑन इकॉनोमिक अफेयर्स- यह कमेटी अर्थव्यवस्था के ट्रेंड्स और समस्याओं आदि का रिव्यू करती है। यह औद्योगिक लाइसेंस नीति, ग्रामीण विकास और सार्वजनिक वितरण प्रणाली आदि के काम देखती है। कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स- यह कमेटी संसद के सत्र तय करने के साथ-साथ संसद में सरकार के काम पर नजर रखती है। साथ ही यह कमेटी यह भी निर्धारित करती है कि संसद के सत्र में कौन-कौन से बिल पेश किए जाएंगे।
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी- यह कमेटी राज्य और केंद्र के बीच की समस्याओं पर काम करती है। साथ ही यह कमेटी उन आर्थिक और राजनीतिक मामलों को भी देखती है, जिनसे आंतरिक या बाह्य सुरक्षा प्रभावित नहीं होती।
देश की सुरक्षा से जुड़े मामलों पर फैसला लेती है CCS
कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS)- सिक्योरिटी पर बनी यह कमेटी कानून-व्यवस्था, विदेश, आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से जुड़े मुद्दे देखती है। इसके अलावा यह राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े राजनीतिक और आर्थिक मामलों पर भी नजर रखती है। 1,000 करोड़ से ज्यादा की लागत वाले रक्षा खर्च के लिए इसकी मंजूरी जरूरी है। साध ही यह रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा शोध और विकास विभाग और सुरक्षा के जुड़े उपकरणों की खरीद से जुड़े मामलों पर फैसले लेती है।