प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी से किया नामांकन दाखिल, महिला प्रस्तावक के छुए पैर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने अपनी महिला प्रस्तावक के पैर छुए। वाराणसी के पाणिनि कन्या महाविद्यालय की प्रधानाचार्य अन्नपूर्णा शुक्ला उनकी महिला प्रस्तावक थीं। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन NDA के तमाम बड़े नेताओं ने कलेक्टर दफ्तर में उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने NDA नेताओं की मौजूदगी में दाखिल किया नामांकन
नामांकन से पहले पूजा अर्चना और कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
नामांकन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय मौजूद रहे। मंदिर दर्शन से पहले उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने बूथ कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना करते हुए उनसे हर बूथ जीतने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 5 प्रतिशत ज्यादा हो।
नामांकन के बहाने मोदी और NDA का शक्ति प्रदर्शन
कलेक्टर दफ्तर में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए सरकार के कई बड़े मंत्रियों के साथ NDA कुनबे के कई बड़े नेता मौजूद थे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शॉल और गुलदस्ते के साथ उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रकाश सिंह बादल, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और उद्धव ठाकरे समेत NDA के कई नेताओं का अभिवादन किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सुषमा स्वराज भी वहां मौजूद रहे।
नामांकन के दौरान साथ दिखे NDA नेता
कल किया था सफल रोड शो
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कल वाराणसी में रोड शो किया था। इस दौरान वह अपनी जीत को लेकर आश्वत नजर आए और अपने समर्थकों से कहा, "अगर आप इजाजत दें तो मैं कल यहां नामांकन दाखिल करूंगा और फिर जीतने के बाद आपको धन्यवाद कहने के लिए आऊंगा।" पुलवामा हमले और आतकंवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उनके रोड शो में लोगों का सैलाब नजर आया था।
2014 में दर्ज की थी आसान जीत
पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी ने वाराणसी से आसान जीत दर्ज की थी और उन्हें 5,81,022 वोट मिले थे। AAP संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने उन्हें चुनौती दी थी और वह दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्हें 2,09,238 वोट मिले थे। इस बार केजरीवाल की तरह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मोदी के खिलाफ लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन अंत में कांग्रेस ने पिछला बार तीसरे नंबर पर रहने वाले अजय राय को टिकट देने का फैसला किया।