पंजाब: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किया UCC का विरोध, विपक्ष ने AAP से स्पष्टीकरण मांगा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को समान नागरिक संहिता (UCC) के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और उसका किसी भी समुदाय के सामाजिक रीति-रिवाजों से छेड़छाड़ करने का कोई इरादा नहीं है। इस बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने AAP से UCC पर रुख स्पष्ट करने को कहा है। इससे पहले पार्टी नेताओं ने कहा था कि AAP सैद्धांतिक रूप से UCC का समर्थन करती है।
मुख्यमंत्री मान बोले- UCC भाजपा का चुनावी एजेंडा
मुख्यमंत्री मान ने कहा, "हमारा देश एक गुलदस्ते की तरह है, जिसमें हर रंग के फूल हैं। हर धर्म, आस्था और उनके रीति-रिवाजों का सम्मान किया जाना चाहिए। वे (भाजपा) ऐसे संवेदनशील मुद्दों से छेड़छाड़ क्यों करते रहते हैं और क्या गुलदस्ते में एक रंग के फूल होने चाहिए?" उन्होंने कहा, "चुनाव के दौरान विभाजन करना भाजपा का एजेंडा है। AAP एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और वह ऐसे किसी भी एजेंडे का समर्थन नहीं करती है।"
मान ने UCC को लेकर और क्या कहा?
मुख्यमंत्री मान ने कहा, "UCC का समर्थन करने वालों का कहना है कि यह सभी को सामाजिक रूप से समान बना देगा। क्या सामाजिक रूप से हर कोई समान होगा? बिल्कुल नहीं। बहुत सारे दलित लोग हैं, जिन्हें समान अवसर नहीं मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा, "AAP ऐसी प्रथाओं से छेड़छाड़ नहीं करती है। मुझे नहीं पता कि भाजपा ऐसा क्यों कर रही है। देश को समुदायों और जनजातियों में मत बांटिए।"
मान ने क्यों दिया बयान?
पंजाब में विपक्षी पार्टियों ने AAP सरकार पर जमकर हमला बोला था। कांग्रेस ने 2024 के आम चुनावों से पहले भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के ध्रुवीकरण के एजेंडे और UCC का समर्थन करने के लिए AAP की आलोचना की थी। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने मुख्यमंत्री मान से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा था। अब मुख्यमंत्री के बयान से सवाल उठ रहे हैं कि UCC मुद्दे पर AAP का वास्तविक रुख क्या है।
SAD नेता बोले- UCC को लेकर रुख स्पष्ट करे AAP
मुख्यमंत्री मान के बयान पर SAD नेता दलजीत एस चीमा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा, "AAP राज्यसभा में UCC के पक्ष में मतदान करना चाहती है, लेकिन मुख्यमंत्री यह कहकर पंजाबियों को बेवकूफ बना रहे हैं कि पार्टी पंजाब में UCC के खिलाफ है।" उन्होंने कहा, "पंजाब के मुख्यमंत्री को अब AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल से UCC पर पार्टी का रुख स्पष्ट करने और इस संवेदनशील मुद्दे पर दोहरे मानदंड को खत्म करने के लिए कहना चाहिए।"
सबसे पहले AAP ने किया था UCC का समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा UCC का समर्थन में दिए बयान के बाद विपक्षी पार्टियों में AAP ने सबसे पहले इस मुद्दे पर केंद्र सरकार का समर्थन किया था। 28 जून को AAP सांसद संदीप पाठक ने कहा था, "सैद्धांतिक रूप से हम UCC का समर्थन करते हैं। संविधान का अनुच्छेद 44 भी इसका समर्थन करता है, लेकिन इस पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए। UCC को पूरे देश में लागू करने के लिए आम सहमति बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।"