AAP राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे के लिए कर्नाटक हाई कोर्ट पहुंची, चुनाव आयोग को नोटिस जारी
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव आयोग द्वारा उसे राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता देने में हो रही देरी के खिलाफ कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में कहा गया है कि AAP राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने की सभी शर्तें पूरी करती है। कर्नाटक हाई कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के बाद चुनाव आयोग से इस मामले में 13 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है।
याचिका में क्या कहा गया है?
AAP कर्नाटक के संयोजक पृथ्वी रेड्डी की तरफ से कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। याचिका में कोर्ट से अनुरोध किया गया है कि चुनाव आयोग को एक निश्चित समय सीमा के भीतर AAP को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देने का निर्देश दिया जाए। रेड्डी ने कहा कि AAP को गुजरात चुनाव के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल हो जाना चाहिए था, लेकिन चुनाव आयोग द्वारा इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया।
याचिका में और क्या-क्या कहा गया है?
कर्नाटक हाई कोर्ट में दायर अपनी याचिका में AAP ने कहा कि वह अगले महीने होने वाला कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है और चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने से उसे राज्य भर में प्रचार करने और समर्थन जुटाने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कर्नाटक चुनाव की घोषणा कर दी है और AAP ने सभी 224 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
किस पार्टी को मिलता है राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा?
चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, एक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी के रूप में तभी मान्यता दी जा सकती है, अगर उसे विधानसभा चुनावों में 4 या इससे ज्यादा राज्यों कम से कम 6 प्रतिशत वोट मिला हो। याचिका में कहा गया है कि AAP ने दिल्ली, पंजाब, गोवा और गुजरात में हुए पिछले चुनावों में 6 प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त किए हैं और AAP राष्ट्रीय पार्टी के लिए तय सभी शर्तें पूरी करती है।
चुनाव आयोग ने क्या कहा था?
पिछले दिनों कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा था कि AAP को राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक संगठन के रूप में मान्यता देने का मामला अभी समीक्षा के अधीन है।
किन पार्टियों को मिला हुआ है राष्ट्रीय दर्जा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में करीब 400 से अधिक राष्ट्रीय, राज्य और क्षेत्रीय पार्टियां रजिस्टर्ड हैं, लेकिन इनमें से केवल 7 पार्टियों को ही चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया हुआ है। इन पार्टियों में कांग्रेस, भाजपा, भारतीय कम्युनिट पार्टी (CPI), कम्युनिट पार्टी मार्क्सवादी (CPM), नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) शामिल हैं। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने से पार्टियों को चुनाव आयोग की ओर से कुछ सहूलियतें मिलती हैं।
कर्नाटक में कब होंगे चुनाव?
कर्नाटक में 10 मई को सभी सीटों पर मतदान होगा और 13 मई को नतीजे जारी कर दिए जाएंगे। उम्मीदवारों के नामाकंन दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अप्रैल है और 24 अप्रैल तक नामांकन वापस लिया जा सकता है। पिछले नतीजों की बात करें तो 2018 के कर्नाटक चुनाव में भाजपा को 104, कांग्रेस को 80 और जनता दल (सेक्युलर) को 37 सीटें मिली थीं। राज्य में एक मनोनीत सीट को मिलाकर कुल 225 विधानसभा सीटें हैं।