प्रधानमंत्री ने कृषि विधेयकों को बताया ऐतिहासिक, कहा- दुष्प्रचार कर किसानों को भ्रमित कर रहा विपक्ष
क्या है खबर?
कृषि विधेयकों पर विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ अपने सहयोगियों के विरोध का भी सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इन विरोधियों पर जमकर हमला बोला।
इन कृषि विधेयकों को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि इनकी मदद से किसान बेड़ियों से आजाद होगा और अपनी फसल को जहां चाहेगा वहां बेच सकेगा।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग मनगढ़ंत बातें कर किसानों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।
रैली
विधेयकों ने दिलाई किसानों को बंधनों से मुक्ति- प्रधानमंत्री मोदी
बिहार के कोसी में एक रेल पुल का उद्घाटन करने के बाद रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कल विश्वकर्मा जयंती के दिन लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार बिल पारित किए गए हैं। इन विधेयकों ने हमारे अन्नदाता किसानों को अनेक बंधनों से मुक्ति दिलाई है, उन्हें आजाद किया है। इन सुधारों से किसानों को अपनी उपज बेचने में और ज्यादा विकल्प मिलेंगे और ज्यादा अवसर मिलेंगे।"
हमला
प्रधानमंत्री बोले- दशकों देश पर राज करने वाले लोग बोल रहे किसानों से झूठ
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, वे किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं। उनसे बचाने के लिए ये विधेयक लाए जाने बहुत आवश्यक थे। ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच बनकर आए हैं। लेकिन कुछ लोग जो दशकों तक सत्ता में रहे हैं, देश पर राज किया है, वे लोग किसानों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं और किसानों से झूठ बोल रहे हैं।"
आरोप
MSP को लेकर किया जा रहा दुष्प्रचार और मनगढ़ंत बातें- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार द्वारा किसानों को MSP का लाभ नहीं दिया जाएगा। ये मनगढ़ंत बातें भी कही जा रही हैं कि किसानों से धान-गेहूं इत्यादि की खरीद सरकार द्वारा नहीं की जाएगी। ये सरासर झूठ है, गलत है, किसानों को धोखा है।"
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भूल रहे हैं कि किसान जागृत हो चुके हैं और देख रहे हैं कि कौन बिचौलियों के साथ खड़ा है।
दोहरा रवैया
"विरोधियों ने घोषणापत्र में किए थे ये वादे, अब NDA ने लागू किया तो विरोध"
प्रधानमंत्री ने कहा, "जिस APMC एक्ट को लेकर अब ये लोग राजनीति कर रहे हैं, कृषि बाजार के प्रावधानों में बदलाव का विरोध कर रहे हैं, उसी बदलाव की बात इन लोगों ने अपने घोषणापत्र में लिखी थी। लेकिन अब जब NDA सरकार ने ये बदलाव कर दिए हैं तो ये इसका विरोध करने पर उतर आए हैं।"
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपना उत्पाद जहां चाहे वहां बेच सकता है, लेकिन किसानों को इससे वंचित रखा गया था।
सलाह
किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे लोगों से सावधान रहें किसान- प्रधानमंत्री
किसानों का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं आज देश के किसानों को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं। आप किसी भी तरह के भ्रम में मत पड़िए। ऐसे लोगों से सावधान रहें जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया और जो आज किसानों से झूठ बोल रहे हैं। वे लोग किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे हैं। लेकिन असल में वे किसानों को अनेक बंधनों में जकड़कर रखना चाहते हैं। वे लोग बिचौलियों का साथ दे रहे हैं।"
सरकार का काम
प्रधानमंत्री बोले- किसानों के लिए जितना NDA ने किया, किसी ने नहीं किया
कृषि क्षेत्र में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "किसानों के लिए जितना NDA शासन में पिछले छह वर्षों में किया गया है, उतना पहले कभी नहीं किया गया... किसानों को अपनी उपज देश में कहीं पर भी, किसी को भी बेचने की आजादी देना बहुत ऐतिहासिक कदम है। 21वीं सदी में भारत का किसान बंधनों में नहीं खुलकर खेती करेगा। जहां मन आएगा अपनी उपज बेचेगा, किसी बिचौलिए का मोहताज नहीं रहेगा।"
पृष्ठभूमि
क्या है किसानों से संबंधित विधेयकों का मामला?
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक, कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक लेकर आई है।
देशभर, विशेषकर पंजाब और हरियाणा, के किसान इन विधेयकों का जमकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिए सरकार मंडियों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने से छुटकारा पाना चाहती है और इनसे कृषि क्षेत्र पूंजीपतियों के हाथ में चला जाएगा।