प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा को किया संबोधित, जानिए भाषण की मुख्य बातें
संसद के विशेष सत्र की पहले दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा को संबोधित किया, जिसके बाद सदन में संसद के 75 साल की यात्रा पर चर्चा हो रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी में मीडिया से कहा, "यह सत्र भले ही छोटा है, लेकिन समय के हिसाब से यह बहुत बड़ा है। यह सत्र ऐतिहासिक निर्णयों का सत्र है। संसद की 75 साल की यात्रा अब नए मुकाम से शुरू हो रही है।"
देश की 75 साल की संसदीय यात्रा को स्मरण का अवसर- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, "यह देश की 75 साल की संसदीय यात्रा का स्मरण करने और नए सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलों को स्मरण करने और आगे बढ़ने का अवसर है। हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हम भले नए भवन में जाएंगे, लेकिन पुराना भवन भी आने वाली पाढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। यह भारत के लोकतंत्र की स्वर्णिम इतिहास का एक बड़ा अध्याय है।"
मोदी बोले- G-20 की सफलता पूरे देश की सफलता
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में G-20 शिखर सम्मेलन की सफल अध्यक्षता का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "G-20 की सफलता पूरे देश की सफलता है और ये किसी व्यक्ति, किसी दल की सफलता नहीं है।" उन्होंने कहा, "देश इस बात पर गर्व करेगा कि जब भारत अध्यक्ष था तब अफ्रीकी संघ G-20 का सदस्य बना। विश्व मित्र के रूप में भारत अपनी जगह बना पाया है। पूरा विश्व भारत की मित्रता का अनुभव कर रहा है।"
मैंने कभी सोचा नहीं था कि देश मुझे इतना प्यार देगा- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आजाद भारत के नवनिर्माण से जुड़ी अनेक घटनाओं को इन 75 सालों में हमने इसी सदन में आकार लेते हुए देखा। मैंने सहज रूप से शीश झुकाकर पहली बार इस लोकतंत्र के मंदिर को नमन करते कदम रखा था।" उन्होंंने कहा, "यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर चाय बेचकर गुजारा करने वाला गरीब का बेटा संसद पहुंच गया। मैंने कभी सोचा नहीं था कि देश मुझे इतना प्यार देगा।"
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को किया याद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इसी सदन में संविधान सभा की बैठकें हुईं और हमें संविधान दिया। इन 75 सालों में आम नागरिकों का संसद पर भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा, "जवाहरलाल नेहरू जी, शास्त्री जी, इंदिरा जी, अटल जी, मनमोहन जी ने सदन के माध्यम से देश को दिशा दी। यह इन सबके गौरवपूर्ण योगदान को याद करने का अवसर है।" उन्होंने कहा, "सरदार पटेल, लोहिया जी, आडवाणी जी ऐसे अनगिनत नाम हैं, जिन्होंने हमारे सदन को समृद्ध किया है।"
पंडित नेहरू के भाषण की गूंज प्रेरित करती रहेगी- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ये वो सदन था, जहां कभी भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने अपने बम से अंग्रेजी हुकूमत को हिला दिया था। ये वो सदन है जहां पंडित नेहरू के 'एट द स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट' भाषण की गूंज हमें प्रेरित करती रहेगी।" उन्होंने कहा, "इसी सदन में अटल जी ने कहा था कि सरकारें आएंगी, जाएंगी, लेकिन ये देश रहना चाहिए। इसी सदन ने आपातकाल देखा और इसी सदन ने लोकतंत्र की मजबूत वापसी भी देखी।"
मोदी ने आर्थिक नीतियों से लेकर अनुच्छेद 370 का किया जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इसी सदन ने मतदान की उम्र घटा लाखों युवाओं को वोटिंग का अधिकार दिया। नरसिम्हा राव की सरकार ने पुरानी आर्थिक नीतियों को छोड़कर नई आर्थिक नीतियां अपनाईं, जिनका देश को लाभ मिला। अटल बिहारी वाजपेयी ने सर्वशिक्षा अभियान दिया और परमाणु परीक्षण किया।" उन्होंने कहा, "इसी सदन ने मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान 'कैश फॉर वोट कांड' देखा। इसी सदन ने अनुच्छेद 370 को हटते देखा, इसी सदन ने GST देखा।"
मोदी बोले- सभी सदस्यों से आग्रह अपनी मधुर यादों का करें स्मरण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि "आज का दिन इस सदन के सदस्य रहे 7,500 जन प्रतिनिधियों के गुणगान का दिन है। मुझे उम्मीद है कि नई संसद में सभी सदस्य नई उमंग के साथ जाएंगे।" उन्होंने कहा, "मेरा सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वह अपनी सभी मधुर यादों का यहां जिक्र करें। वह पिछले 75 साल में देश का गौरव बढ़ाने वाले इस सदन के हर व्यक्ति को प्रणाम करते हैं।"