
CWC बैठक में खड़गे की सलाह- कार्यकर्ता गैरजरूरी बयानों से बचें, जानें क्या-क्या हुआ
क्या है खबर?
हैदराबाद में आयोजित कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (CWC) की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुनावों की तैयारी में जुट जाने का संदेश दिया।
उन्होंने इस दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार जनता को मुद्दों से भटकाने के लिए नये-नये विवाद लाकर भटकाने की राजनीति करती है।
बैठक से पहले सोनिया गांधी ने कहा था कि हम विकास का एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार हैं।
नसीहत
खड़गे की कार्यकर्ताओं को नसीहत
खड़गे ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि ये आराम का समय नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमें अपनी ताकत दिखाने का समय आ गया है। एक तानाशाह सरकार को हटाकर भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए सामने आना होगा। देश अब बदलाव चाहता है। कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत इस बात के प्रमाण है। अभी आराम से बैठने का समय नहीं है। हमें दिन-रात मेहनत करनी होगी।"
बयान
नेताओं को विवादास्पद बयानबाजी से बचने की सलाह
खड़गे ने कहा, "वाहवाही के लिए ऐसा कुछ ना करें कि पार्टी का नुकसान हो। अनुशासन में रहिए। अपने नेताओं के खिलाफ बयान लेकर मीडिया में जाने से बचना चाहिए ताकि पार्टी के हितों को नुकसान न पहुंचे। नेहरू जी ने कहा था कि हमें हर काम देश की बात सोच कर बड़े मकसद के लिए करना है।"
खड़गे की य टिप्पणी हाल ही में सनातन धर्म को लेकर छिड़े विवाद से जोड़कर देखी जा रही है।
बैठक
CWC बैठक में क्या-क्या हुआ?
CWC बैठक में अडाणी समूह, मणिपुर और विपक्षी गठबंधन INDIA समेत 14-सूत्रीय प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में मणिपुर में 'संवैधानिक मशीनरी के पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने' और 4 महीने से जारी हिंसा पर गहरा दुख व्यक्त किया गया।
CWC ने सरकार से चीन के साथ सीमा विवाद पर सफाई देने और भारत की क्षेत्रीय अखंडता के लिए किसी भी चुनौती के खिलाफ दृढ़ रुख अपनाने का भी आह्वान किया।
प्लस
न्यूजबइट्स प्लस
CWC कांग्रेस में सबसे शक्तिशाली समिति है। इसका गठन साल 1920 में कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन के दौरान किया गया था। पार्टी के संविधान के नियमों की व्याख्या, उन्हें लागू करना और पार्टी के अध्यक्ष को हटाने और नियुक्त करने का काम भी CWC के पास होता है।
इसी साल रायपुर में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में फैसला लिया गया था कि समिति के सदस्यों का चुनाव नहीं होगा और कांग्रेस अध्यक्ष इन्हें नामित करेंगे।