हरियाणा: JBT घोटाला मामले में सजा काट चुके पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को मिली रिहाई
हरियाणा में जूनियर बेसिक ट्रेंड टीचर (JBT) भर्ती घोटाले में दस साल की सजा काट चुके हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला (86) को शुक्रवार को दिल्ली की तिहाड़ जेल से औपचारिक रूप से रिहाई मिल गई है। इससे पहले वह पैरोल पर जेल से बाहर चल रहे थे। जेल से रिहाई मिलने के बाद वह गुरुग्राम स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
क्या है JBT शिक्षक भर्ती घोटाला?
साल 1999-2000 में हरियाणा सरकार ने जूनियर बेसिक ट्रेंड टीचर (JBT) की नौकरियां निकाली थी। उस समय चौटाला मुख्यमंत्री थे। भर्ती में हेराफेरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसके बाद इसकी जांच CBI को सौंपी गई। CBI ने पाया कि असली हकदारों की जगह फर्जी सूची तैयार कर लोगों को नौकरियां दी गई। मामले में 55 लोगों को दोषी पाया गया था। 2013 में चौटाला और उनके बेटे को 10-10 साल की सजा सुनाई गई थी।
कोरोना वायरस महामारी के चलते चौटाला को मिली थी पैरोल
कोरोना महामारी के कारण जेलों में भीड़ को कम करने के लिए चौटाला 26 मार्च, 2020 को पैरोल पर रिहा किया गया था। उन्हें 21 फरवरी, 2021 को फिर से जेल में सरेंडर करना था, लेकिन हाई कोर्ट ने पैरोल की अवधि बढ़ा दी थी। ऐसे में वह जेल से बाहर ही थे। इसके बाद सरकार ने पिछले महीने 10 साल की सजा में से साढ़े नौ साल की सजा पूरी करने वालों को रिहा करने के आदेश दिए थे।
तिहाड़ जेल में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद रिहा हुए चौटाला
सरकार के ओदशानुसार चौटाला रिहाई के पात्र थे। उन्होंने अपनी साढ़े नौ साल की सजा पहले ही पूरी कर ली थी। ऐसे में शुक्रवार को उन्हें रिहाई के लिए कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए बुलाया गया था। इस पर चौटाला सुबह तिहाड़ जेल पहुंचे और कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उन्हें औपचारिक रूप से जेल से रिहा कर दिया गया। कुछ देर बाद वह अपने समर्थकों के साथ गुरुग्राम स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए।
दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर हुआ चौटाला का स्वागत
चौटाला के तिहाड़ जेल से गुरुग्राम के लिए रवाना होने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने फूलों की माला पहनाकर और उनके समर्थन में नारे लगाते हुए जोरदार स्वागत किया। इसके बाद वह काफिले के साथ अपने घर के लिए रवाना हो गए।
हरियाणा की राजनीति में होगी नए युग की शुरुआत- राठी
चौटाला की आधिकारिक रिहाई को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी ने गुरुवार को कहा था कि ओम प्रकाश चौटाला की रिहाई के बाद हरियाणा की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत होगी। समाज के सभी वर्गों के लोग बेसब्री से इनेलो सुप्रीमो की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि चौटाला ने अपनी सजा पूरी कर ली है और बची हुई सजा को माफ कर दिया गया है।
पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं चौटाला
बता दें कि चौटाला पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह पहली बार जनता दल पार्टी से 2 दिसंबर, 1989 से 22 मई, 1990, दूसरी बार 12 जुलाई, 1990 से 17 जुलाई, 1990 और तीसरी बार समाजवादी जनता पार्टी से 22 मार्च, 1991 से 5 अप्रैल 1991 तक मुख्यमंत्री रहे थे। इसके बाद वह इनेलो की ओर से 24 जुलाई, 1999 से 2 मार्च, 2000 तथा 2 मार्च, 2000 से 5 मार्च, 2005 तक मुख्यमंत्री रहे थे।
पारिवारिक कलह के बाद पौते दुष्यंत ने बना ली थी अलग पार्टी
बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला के जेल जाने के बाद इनेलो में परिवारिक कलह शुरू हो गया था। उस दौरान इनेलो की कमान चौटाला के छोटे बेटे अभय को सौंपी गई थी। विवाद के बीच ओमप्रकाश चौटाला के पौते दुष्यंत को पार्टी से निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने 9 दिसंबर, 2018 को जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठन कर लिया। इस पार्टी को लोगों का बड़ा समर्थन मिला और दुष्यंत अब सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं।