राज्यसभा में NDA की सीटों का आंकड़ा 100 के पार, कांग्रेस सबसे निचले स्तर पर
सोमवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की 11 राज्यसभा सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा नौ सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही। इसी के साथ राज्यसभा में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) का संख्याबल 100 के पार हो गया है, वहीं कांग्रेस 40 सीटों से नीचे अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। भाजपा के सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। जीतने वाले अन्य दो प्रत्याशी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के रहे और वे भी निर्विरोध जीते।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी समेत ये प्रत्याशी चुने गए
भाजपा के नौ प्रत्याशी राज्यसभा के लिए चुने गए हैं, उनमें से आठ उत्तर प्रदेश और एक उत्तराखंड से चुनकर आए हैं। उत्तर प्रदेश से चुनकर आए प्रत्याशियों में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, नीरज शेखर, अरुण सिंह, गीता शाक्य, हरिद्वार दुबे, बृजलाल, बीएल वर्मा और सीमा द्विवेदी शामिल हैं। वहीं उत्तराखंड से नरेश बंसल निर्विरोध चुनकर आए हैं। समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और बसपा के रामजी गौतम जीतने वाले अन्य दो प्रत्याशी रहे।
राज्यसभा में 104 हुईं NDA की सीटें
इसी के साथ अभी 242 सीटों के संख्याबल वाली राज्यसभा में NDA की सीटों की संख्या 104 हो गई है। इसमें से अकेले भाजपा के 92 सीटें हैं, वहीं उसके सबसे बड़े सहयोगी JDU की पांच सीटें हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले की रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (RPI), असम गण परिषद, मिजो नेशनल फ्रंट, नेशनल पीपल्स पार्टी, नागा पीपल्स फ्रंट, पट्टाली मक्कल कॉची और बोडो पीपल्स फ्रंट जैसे छोटे सहयोगियों की मिलाकर सात सीटें हैं।
ये बड़ी पार्टियां भी देती रही हैं अहम मुद्दों पर भाजपा को समर्थन
इसके अलावा सत्तारूढ़ भाजपा को बीजू जनता दल (BJD), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कजागम (AIADMK) भी अहम मुद्दों और विधेयकों पर समर्थन देते रहे हैं और उनकी मदद से मोदी सरकार बहुमत लायक आंकड़े जुटाने में कामयाब रही है। इन सभी पार्टियों की कुल मिलाकर 31 सीटें हैं जिनमें से AIADMK और BJD की नौ-नौ, TRS की सात और YSRCP की छह सीटें हैं।
अब तक के सबसे निचले स्तर पर कांग्रेस
सोमवार को हुए चुनाव में भाजपा को कुल छह सीट का फायदा हुआ है क्योंकि नौ में से तीन सीटों पर पहले से ही उसका कब्जा था और बाकी छह सीटें अन्य पार्टियों से उसके खाते में आई हैं। वहीं कांग्रेस को दो सीटों का नुकसान हुआ है और राज्यसभा में उसका संख्याबल मात्र 38 रह गया है जो संसद के इतिहास में सबसे कम हैं। इसके अलावा सपा को तीन और बसपा को एक सीट का नुकसान हुआ है।
उत्तर प्रदेश की 31 राज्यसभी सीटों में से 22 पर भाजपा का कब्जा
उत्तर प्रदेश की बात करें तो राज्य की कुल 31 राज्यसभा सीटों में से 22 सीटों पर अब भाजपा का कब्जा हो गया है। वहीं सपा की पांच, बसपा की तीन और कांग्रेस की एक सीट है। नए सांसदों का कार्यकाल नवंबर, 2026 तक रहेगा।