प्रधानमंत्री मोदी ने किया दुनिया की सबसे लंबी हाइवे सुरंग का उद्घाटन, जानिये बड़ी बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को मनाली और लेह के बीच दुनिया की सबसे लंबी हाइवे सुरंग का उद्घाटन किया। यह दोनों शहरों के बीच की दूरी 46 किलोमीटर और सफर में लगने वाले समय को 4-5 घंटे कर देगी। सीमा से लगते इलाकों को जोड़ने वाली यह सुरंग रणनीतिक रूप से भी खासा अहम है। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) द्वारा बनाई गई इस सुरंग को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल सुरंग नाम दिया गया है।
9 किलोमीटर है सुरंग की दूरी
9.02 किलोमीटर लंबी यह सुरंग मनाली को लाहौल-स्पिति को जोड़ती है। सुरंग बनने से पहले भारी बर्फबारी के कारण घाटी का देश के बाकी इलाकों से संपर्क टूट जाता था। अब सुरंग बनने के बाद बर्फबारी की कोई चिंता नहीं होगी और लोग एक हिस्से से दूसरे तक बिना किसी परेशानी के पहुंच पाएंगे। अभी रोहतांग पास के जरिये मनाली से लेह की दूरी 474 किलोमीटर है, जो इस सुरंग के बनने के बाद घटकर 428 किलोमीटर रह गई है।
सुरंग में हर 150 मीटर पर मिलेगी टेलीफोन की सुविधा
यह सुरंग सिंगल ट्यूब डबल लेन वाली है। इसकी चौड़ाई 10.5 मीटर है और इसे रोजाना 3,000 कारें और 1,500 ट्रकों का ट्रैफिक झेलने के लिहाज से तैयार किया गया है। इसका काम पूरा होने में 10 साल का समय लगा है। इसके शुरुआती और आखिरी 400 मीटर के गति सीमा 40 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है। बाकी दूरी में गति सीमा 80 किलोमीटर प्रतिघंटा रखी गई है। इसके भीतर हर 150 मीटर पर टेलीफोन कनेक्शन लगाए गए हैं।
2002 में किया गया था सुरंग का शिलान्यास
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने जून, 2000 में इस रोहतांग पास के नीचे सुरंग बनाने का फैसला किया था। 26 नवंबर, 2002 को इसका शिलान्यास किया गया था। पिछले साल दिसंबर में मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में इस सुरंग का नाम अटल सुरंग रखा था। शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने सुरंग का उद्घाटन किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे।
सुरंग में प्रधानमंत्री मोदी का काफिला
मोदी बोले- हिमाचल के करोड़ों लोगों का इंतजार खत्म हुआ
सुरंग के उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। आज सिर्फ अटल जी का सपना पूरा नहीं हुआ है। आज हिमाचल के करोड़ों लोगों का दशकों पुराना इंतजार पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस सुरंग से मनाली और केलॉन्ग की दूरी 3-4 घंटे कम हो जाएगी। पहाड़ के लोग समझते हैं कि यहां 3-4 घंटे की दूरी कम होने का मतलब क्या होता है।
भाजपा सरकार ने 6 साल में किया 26 साल का काम- प्रधानमंत्री मोदी
उन्होंने आगे कहा कि अटल जी की सरकार जाने के बाद इस काम को भुला दिया गया था। 2013-14 तक इस सुरंग का सिर्फ 1,300 मीटर का काम पूरा हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर इसी रफ्तार से काम चलता तो यह 2040 में बनकर तैयार होती। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 के बाद इसके काम में तेजी आई। पहले हर साल 300 मीटर सुरंग बन रही थी, जिसकी गति बढ़कर 1,400 मीटर हर साल हुई।