मथुरा: हाथरस जा रहे कथित तौर पर PFI से जुड़े चार लोग हिरासत में लिए गए
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीती रात दिल्ली से हाथरस जा रहे चार लोगों को हिरासत में लिया है। कथित तौर पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े इन चारों लोगों को मथुरा से हिरासत में लिया गया है। इन्हें ऐसे समय हिरासत में लिया गया है, जब हाथरस में दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप के बाद हुई मौत के बाद लोगों का गुस्सा उबाल पर है। इस मामले में राजनीति भी खूब हो रही है।
खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने की कार्रवाई
NDTV के अनुसार, पुलिस ने बताया कि उसे खुफिया जानकारी मिली थी कि 'कुछ संदिग्ध लोग दिल्ली से हाथरस जा रहे हैं।' इसके बाद पुलिस ने मथुरा में एक टोल के पास से आतिक-उर-रहमान, सिद्दिक, मसूद अहमद और आलम नामक चार लोगों को हिरासत में लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के लिए PFI को जिम्मेदार मानती है और उस पर प्रतिबंध लगवाना चाहती है।
पुलिस ने बयान में कही ये बातें
पुलिस की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चारों के पास से उनके मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ ऐसा साहित्य बरामद हुआ है, जिससे 'राज्य में कानून-व्यवस्था और शांति को खतरा हो सकता है।' बयान में कहा गया है कि पूछताछ के दौरान चारों लोगों ने PFI और इससे संबंधित संगठन कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) से संबंध होने की बात स्वीकार की है।
हाथरस की घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय साजिश का दावा
दूसरी तरफ जांच एजेंसियों का दावा है कि हाथरस की घटना के बाद राज्य में जातिगत दंगे भड़काने और योगी आदित्यनाथ सरकार की छवि खराब करने लिए एक अतंरराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है। इसे लेकर हाथरस के चंदपा थाने में 19 नई FIR दर्ज हुई हैं, जिनमें अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह जैसी धाराएं लगाई हैं। अभी तक इस मामले में किसी व्यक्ति के गिरफ्तार होने की कोई सूचना नहीं आई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही थी सरकार के खिलाफ साजिश की बात
बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हाथरस मामले के बहाने कुछ लोग जातिगत और धार्मिक दंगे कराकर प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि जिन लोगों को विकास पसंद नहीं आ रहा है वह देश और राज्य में सांप्रदायिक दंगे भड़काकर विकास को रोकना चाहते हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे संगठन इस साजिश में शामिल थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया है।
गैंगरेप के बाद हुई थी दलित युवती की मौत
चंदपा थाना के अंतर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती का गांव के रहने वाले चार उच्च जाति के युवकों ने 14 सितंबर को कथित तौर पर गैंगरेप किया था। हमले में पीड़िता की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और उसकी जीभ कट गई थी। बीते सप्ताह उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया था। चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिस ने परिजनों की मर्जी के बिना आधी रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया।