मध्य प्रदेश: राज्यपाल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से सोमवार को बहुमत साबित करने को कहा
शनिवार देर रात मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर उनसे सोमवार को बहुमत साबित करने को कहा। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने वोटिंग के लिए बहुमत साबित करने और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग करने को कहा है। उन्होंने सोमवार से शुरू हो रहे मध्य प्रदेश विधानसभा के सत्र में उनके अभिभाषण के ठीक बाद फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
क्या है मध्य प्रदेश का सियासी संकट?
मध्य प्रदेश का सियासी संकट मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के साथ शुरू हुआ था। उनके इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 22 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया जिनमें छह मंत्री भी शामिल हैं। विधानसभा स्पीकर नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने अभी तक इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और बागी विधायकों से उनसे मिलकर इस्तीफा सौंपने को कहा है। इन इस्तीफों ने कांग्रेस सरकार के बहुमत में होने पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शुक्रवार को राज्यपाल से मिले थे कमलनाथ
इस बीच शुक्रवार सुबह राज्यपाल लालजी टंडन से मिलकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 16 मार्च से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के सत्र में बहुमत साबित करने के लिए तैयार होने की बात कही थी और अब राज्यपाल ने उन्हें इसका आदेश दे दिया है।
राज्यपाल ने कहा- मेरे संबोधन के ठीक बाद हो बहुमत परीक्षण
शनिवार रात को भेजे गए अपने पत्र में राज्यपाल टंडन ने लिखा है, 'मुझे पता चला है कि 22 विधायकों ने मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर को अपना इस्तीफा भेजा है।' उन्होंने आगे लिखा है, 'संविधान के अनुच्छेद 174 और 175(2) के तहत मुझे ये आदेश देने की शक्ति मिली है कि 16 मार्च को सुबह 11 बजे मेरे संबोधन के साथ मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू हो। इसके बाद एकमात्र कार्य जो करना है वो बहुमत परीक्षण है।'
"लगता है आपकी सरकार अल्पमत में है"
पूरी घटनाक्रम का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने लिखा है, '13 मार्च के अपने पत्र में आपने लिखा था कि आप बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं। मुझे भाजपा से भी इन परिस्थितियों के बारे में पत्र मिला है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार इस्तीफा देने वाले विधायकों पर गैरजरूरी दबाव डाल रही है... इन तथ्यों को देखते हुए प्रथमदृष्टया लगता है कि आपकी सरकार ने सदन का विश्वास खो दिया है और वो अल्पमत में है।'
सोमवार को ही पूरा हो बहुमत परीक्षण- राज्यपाल
राज्यपाल ने अपने पत्र में बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया को सोमवार को ही पूरा करने का आदेश दिया है। इसके अलावा उन्होंने ये भी लिखा है कि जिन छह मंत्रियों को कमलनाथ की सिफारिश पर कैबिनेट से हटाया गया है, स्पीकर उनके इस्तीफे स्वीकार करें।
जयपुर से भोपाल आ रहे कांग्रेस विधायक
इस पूरे घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को जुटाना शुरू कर दिया है। आज सुबह जयपुर के होटल में रह रहे कांग्रेस विधायक भोपाल के लिए रवाना हुए। विधायकों के साथ आ रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस कल होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है और उसे जीत का पूरा भरोसा है। उन्होंने बेंगलुरू के होटल में रह रहे बागी विधायकों से भी संपर्क होने की बात कही।
बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार हुआ तो गिर जाएगी कांग्रेस सरकार
अगर कांग्रेस के 22 बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होता है तो कांग्रेस की सरकार गिरना तय है। 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 116 है। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और वो बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार चला रही है। बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने पर कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले विधायकों की संख्या गिरकर 99 रह जाएगी और उसकी सरकार गिर जाएगी।