राजस्थान: मुख्यमंत्री गहलोत के भाई अग्रसेन के 13 ठिकानों पर ED का छापा
क्या है खबर?
राजस्थान में चल रही सियासी संग्राम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बुधवार को बड़ा झटका लगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है।
यह छापेमारी फर्टिलाइजर (उर्वरक) घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की जा रही है। इसको लेकर ED ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की मदद से अग्रसेन के देशभर में मौजूद 13 ठिकानों पर छापे मारे हैं।
जुर्माना
घोटाले के मामले में लगाया जाएगा सात करोड़ का जुर्माना
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ED के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के राजस्थान के छह, पश्चिम बंगाल के दो, गुजरात के चार और दिल्ली के एक ठिकाने सहित देशभर में स्थित कुल 13 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि जोधपुर में अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर भी तलाशी ली जा रही है। इस कथित उर्वरक घोटाले के मामले में सात करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था।
जानकारी
मुख्यमंत्री के भाई अग्रसेन का क्या कारोबार है?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन का फर्टिलाइजर से जुड़ा काम है। बताया जा रहा है कि साल 1980 से पहले की उनकी एक दुकान संचालित है। 'अनुपम कृषि' नाम से इसी प्रतिष्ठान से वो फर्टिलाइजर से जुड़ा काम करते आ रहे हैं।
मामला दर्ज
सीमा शुल्क विभाग की शिकायत पर दर्ज किया मामला
ED ने कथित उर्वरक घोटाला मामले में सीमा शुल्क विभाग की शिकायत और आरोपपत्र के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया है।
सीमा शुल्क विभाग ने साल 2007-09 के बीच में किसानों को पोटाश (MOP) की सब्सिडी की आपूर्ति में कथित अनियमितताओं के मामले की जांच की थी।
जिमसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत का नाम था। इस मामले का खुलासा राजस्व खुफिया निदेशालय साल 2013 में किया था।
आरोप
मामले में अग्रसेन गहलोत पर लगाया गया है यह आरोप
इस मामले में क्लोराइड पोटाश के निर्यात का आरोप है। दरअसल, इस उर्वरक का निर्यात प्रतिबंधित है। MoP को देश में भारतीय पोटास लिमिटेड ही आयातित करती है और फिर इसे सब्सिडाइज मूल्य पर किसानों को बेचा जता है।
आरोप है कि अग्रसेन गहलोत ने 2007-09 के बीच MoP को सब्सिडाइज्ड मूल्य पर खरीदा और किसानों की जगह कुछ कंपनियों को बेच दिया। जिन्होंने इसे इंडस्ट्रियल सॉल्ट का नाम देकर मलेशिया और सिंगापुर को निर्यात कर दिया।
जानकारी
साल 2017 में भाजपा ने भी लगाया था आरोप
मामले में नवंबर 2017 में भाजपा ने भी अग्रसेन गहलोत पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 2007-2009 के बीच केंद्र में कांग्रेस की सरकार के दौरान सब्सिडाइज्ड फर्टिलाइजर यानी उर्वरक का अपनी सहयोगी कंपनियों को निर्यात किया था।
प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री गहलोत के भाई के ठिकानों पर छापेमारी शुरू किए जाने के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने देश में 'छापा राज' कायम किया हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।"
पूर्व कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब केंद्र की नौटंकी राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने में नाकाम रही, तो मुख्यमंत्री के भाई के ठिकानों पर ED की कार्रवाई शुरू हो गई।
अन्य
अन्य व्यवसाइयों पर भी कार्रवाई कर रहा है ED
ED जयपुर के एक व्यवसायी रतनकांत शर्मा के खिलाफ भी विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन के मामले की जांच कर रही है।
आरोप है कि रतनकांत शर्मा के अशोक गहलोत के बेटे वैभव के साथ पूर्व में व्यापारिक संबंध थे।
आयकर विभाग ने 13 जुलाई को राजस्थान स्थित तीन व्यापार समूहों के 40 से अधिक प्रतिष्ठानों पर कर चोरी के आरोपों में कार्रवाई की थीं। इसमें टीम ने 12 करोड़ रुपये की नकदी और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए थे।