स्टर्लिंग बायोटेक बैंक घोटाला: 8,100 करोड़ के घोटाले में डिनो मोरिया-DJ अकील तलब, जानें मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया और प्रसिद्ध DJ अकील को स्टर्लिंग बायोटेक बैंक घोटाले में तलब किया है। दोनों को 8,100 करोड़ रुपये के इस घोटाले के आरोपी स्टर्लिंग बायोटेक समूह से घोटाले के समय कुछ भुगतान हुआ था। ED इसी सिलसिले में दोनों से पूछताछ करेगी कि उन्हें ये भुगतान क्यों किया गया और उनका बयान PMLA कानून के तहत दर्ज किया जाएगा। आइए इस पूरे घोटाले के बारे में बताते हैं।
फर्जी कागजों और कंपनियों के सहारे लिया 5,000 करोड़ रुपये का लोन
गुजरात के वडोदरा की फार्मा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक ने फर्जी कागजातों और फर्जी कंपनियों के सहारे बैंकों के समूह से लगभग 5,000 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जो बाद में नॉन परफॉर्मिंग असेट (NPA) बन गया। आंध्र बैंक के नेतृत्व वाले यूको बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) के समूह से ये लोन लिया गया था। भारतीय रुपये के अलावा विदेशी मुद्रा में भी लोन लिया गया।
निदेशकों के भारत से भागने की खबर
2017 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने स्टर्लिंग बायोटेक समूह और इसके निदेशकों पर बैंक घोटाले का केस दर्ज किया। नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा समूह के प्रमुख निदेशक हैं। तीनों के कार्रवाई से बचने के लिए भारत से भागने की खबर है।
इस तरीके से दिया घोटाले को अंजाम
ED की जांच में पूरा मामला खुलकर सामने आया। इसके अनुसार, संदेसरा बंधुओं ने भारत और विदेश में 300 फर्जी और बेनामी कंपनियां बनाई थीं, जिनका इस्तेमाल लोन के गलत इस्तेमाल के लिए किया गया। संदेसरा बंधुओं ने अपने समूह के कर्मचारियों को इन कंपनियों का नकली निदेशक बनाया और इन्हें नियंत्रित किया। लोन का दुरुपयोग करने और वापस लोन पाने के लिए स्टर्लिंग समूह और इन बेनामी कंपनियों के बीच फर्जी खरीद-फरोख्त दिखाई गई।
निजी और अनुचित कार्यों के लिए किया लोन का इस्तेमाल
संदेसरा बंधुओं ने लोन की रकम को अनुमति के खिलाफ न केवल नाइजीरिया में अपने तेल के कारोबार में लगाया, बल्कि निजी कार्यों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया। घोटाले की कुल रकम 8,100 करोड़ रुपये पहुंच गई है।
27 जून को ED ने की 4,730 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
ED ने 27 जून को मामले में स्टर्लिंग समूह की भारतीय और विदेशी कंपनियों की कुल 9,778 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। ये PMLA कानून के तहत संपत्ति जब्त के सबसे बड़े मामलों में से एक था। इससे पहले भी उनकी 4,730 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। कुछ बड़े नेताओं के साथ गठजोड़ और भ्रष्टाचार और टैक्स चोरी के मामलों में भी संदेसरा बंधुओं के खिलाफ जांच हो रही है।
कुछ इसी तरीके से हुआ था PNB घोटाला
13,500 करोड़ रुपये के बेहद चर्चित पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले को भी कुछ इसी तरीके से अंजाम दिया गया था। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने फर्जी कागजातों के जरिए कर्ज लेकर बैंकों को चूना लगाया था। अभी नीरव लंदन की जेल में बंद है और उसके प्रत्यर्पण पर सुनवाई हो रही है। वहीं मेहुल चोकसी एंटीगुआ में रह रहा है और एंटीगुआ सरकार ने उसकी नागरिकता रद्द करके भारत प्रत्यर्पण करने की बात कही है।