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'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस शुरू, राजनाथ बोले- 22 मिनट में ढेर किए 100 से ज्यादा आतंकवादी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस के दौरान अहम जानकारी दी

'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस शुरू, राजनाथ बोले- 22 मिनट में ढेर किए 100 से ज्यादा आतंकवादी

Jul 28, 2025
02:32 pm

क्या है खबर?

संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस शुरू हुई। इसकी शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। उन्होंने सदन को ऑपरेशन की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए इस योजना तैयार की थी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन की पहली रात में ही केवल 22 मिनट में 100 से ज्यादा आतंकवादियों को ढेर कर उनके ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।

मुद्दा

डोनाल्ड ट्रंप के बयान और सुरक्षा में चूक को हथियार बनाएगा विपक्ष

विपक्ष 'ऑपरेशन सिंदूर' मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को अपनी बहस का हथियार बनाएगा, जिसमें ट्रंप ने करीब 25 बार भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकने में हस्तक्षेप की बात कही है। हालांकि, भारत सरकार ने हर बार इसे नकारा है, लेकिन विपक्ष संसद में जवाब चाहता है। सरकार पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता को केंद्र में रखेगी, लेकिन विपक्ष यहां सुरक्षा में चूक और विफल खुफिया जानकारी को मुद्दा बनाएगी।

दावा

'ऑपरेशन सिंदूर' आतंकवाद के खिलाफ भारत का बड़ा कदम- सिंह

सिंह ने कहा, "भारत ने 6, 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अजाम दिया। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं थी बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का बड़ा कदम था।" उन्होंने कहा, "भारतीय सेना ने ऑपरेशन की पहली रात में ही केवल 22 मिनट में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया और उनके ठिकानों को भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।"

सम्मान

रक्षा मंत्री ने सेना के प्रति दिखाया सम्मान

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, "मैं देश के उन वीर सपूतों, बहादुर सैनिकों को नमन करता हूं जो राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा के लिए बलिदान देने से कभी पीछे नहीं हटे। मैं पूरे देश की तरफ से सभी जवानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।" उन्होंने कहा, "इस ऑपरेशन में पाकिस्तान हमें छू तक नहीं पाया। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने बहुत ही कमाल का काम किया। उसने दुश्मक के हर हमले को पूरी तरह नाकाम कर दिया।"

संघर्ष विराम

जब उन्होंने हार मान ली तब संघर्ष विराम हुआ- सिंह

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, "सीमा पार करना या वहां की जमीन हथियाना हमारा मकसद नहीं था। यह ऑपरेशन उन लोगों के लिए था, जिन्होंने अपने प्रियों को खोया। हमने सिर्फ उन्हें लक्ष्य बनाया जिन्होंने आतंकवादी हमले को अंजाम दिया। सेना को पूरी आजादी दी गई, इसका उद्देश्य युद्ध छेड़ना किसी हाल नहीं था।" उन्होंने कहा, "जब भारत ने 10 मई को पाकिस्तान की हवाई पट्टियां तबाह की तो उन्होंने हार मान ली। तब इस ऑपरेशन को रोका गया।"

स्पष्ट

"किसी दबाव में ऑपरेशन रोकने की बात बेबुनियाद"

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, "भारत ने कार्रवाई इसलिए रोकी क्योंकि तय किए गए सभी राजनीतिक और सैन्य लक्ष्य हासिल हो चुके थे। यह कहना कि ऑपरेशन किसी दबाव में रोका गया था यह बेबुनियाद और सरासर गलत है।" उन्हाेंने कहा, "विपक्ष ने पूछा कि हमारे कितने विमान गिरे, जबकि पूछना ये चाहिए था कि हमने दुश्मन के कितने विमान गिराए। अगर, आपको सवाल पूछना है कि क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' सफल रहा तो उसका जवाब है, हां।

निशना

रक्षा मंत्री ने विपक्ष पर साधा निशाना

रक्षा मंत्री सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "1962 में चीन के युद्ध में दुखद परिणाम आने पर हमने यह नहीं पूछा कि हमारी मशीनें और तोपों का क्या नुकसान हुआ। 1972 में हमने पाकिस्तान को सबक सिखाया तब भी हमारे उस समय के नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने नेतृत्व की प्रशंसा की थी।" सिंह ने कहा, "परिणाम मायने रखता है और परिणाम यह है कि हमारी सेनाओं ने निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लिए। यही मायने रखता है।"

संदेश

"आतंकवाद को किसी हाल में नहीं बख्शेंगे"

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, "पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद की नर्सरी बन गया है। उसकी सेना और ISI आतंकवाद को प्रॉक्सी की तरफ इस्तेमाल करती है और भारत को अस्थिर करना चाहती है। जो भारत को जख्म देने की कोशिश करेगा, उन्हें हमारी सरकार किसी हाल में नहीं बख्शेगी।" उन्होंने कहा, "हम शांति चाहते हैं, लेकिन कोई हमारी संभप्रभुता को चुनौती देगा तो उसका जवाब भी वैसा ही दिया जाएगा। हमारी मूल प्रकृति बुद्ध की हैं न कि युद्ध की।"