
पाकिस्तान को 'ऑपरेशन सिंदूर' से हुआ व्यापक नुकसान, गोपनीय रिपोर्ट में 8 अन्य ठिकानों का खुलासा
क्या है खबर?
भारत की ओर से 6-7 मई की रात को चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' से पाकिस्तान को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।
पाकिस्तान की ओर से भारत पर जवाबी हमले के लिए चलाए गए सैन्य अभियान 'बनयान अल-मार्सोस' को लेकर तैयार गोपनीय डोजियर (विस्तृत रिपोर्ट) में इसका खुलासा हुआ है।
डोजियर के अनुसार, भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान में बताए गए ठिकानों के साथ 8 अन्य जगहों को भी हमला कर तबाह किया था।
खुलासा
डोजियर में हुआ इन जगहों पर हमले का खुलासा
डोजियर में एक मानचित्र दिखाया गया है जिसमें पाकिस्तान में भारतीय हमलों में पेशावर, झंग, हैदराबाद (सिंध), गुजरात (पंजाब), गुजरांवाला, भवालनगर, अटक और चोर जैसे शहरों में क्षतिग्रस्त इमारतें दिखाई गई हैं।
7 मई की जवाबी कार्रवाई के बाद आयोजित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने अपने हमले के स्थानों में इन 8 जगहों का उल्लेख ही नहीं किया गया था।
इसी तरह, एक अन्य मानचित्र में भारत द्वारा बताए गए ठिकानों के नुकसान को दर्शाया गया है।
मतलब
पाकिस्तानी डोजियर क्या सिद्ध करता है?
पाकिस्तानी सेना द्वारा तैयार यह गोपनीय डोजियर पहलगाम आतंकवादी हमले के प्रति भारत की 7 मई की सैन्य प्रतिक्रिया के प्रभाव को दोबारा से परिभाषित करता है, जिसमें 22 अप्रैल को 26 नागरिक मारे गए थे।
यह पाकिस्तान के पहले के उन सभी दावों को भी खारिज करता है कि उसने भारतीय पक्ष को भारी नुकसान पहुंचाया था।
इसी तरह यह साबित करता है कि भारत के हमले से आहत पाकिस्तान तत्काल संघर्ष विराम के पक्ष में आया था।
कारण
भारत ने क्यों नहीं किया इन 8 ठिकानों का खुलासा?
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के नए खुलासे से पता चलता है कि भारत द्वारा अतिरिक्त हमले के स्थानों की जानकारी न देना एक रणनीतिक कदम हो सकता है।
इसका मुख्य उद्देश्य संभवतः पाकिस्तान को क्षति के पूर्ण पैमाने का खुलासा करने के लिए मजबूर करना था, जिससे वह भारत के दावों को नकार न सके।
इससे पहले भारत की ओर से किए गए हमलों को पाकिस्तान ने कम करके बताया था।
पृष्ठभूमि
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत इन आतंकी ठिकानों को बनाया था निशाना
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, भीमबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए थे। इनमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे।
वहां जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मजाहिदीन के ठिकाने संचालित थे।
इनमें बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह, मरकज तैयबा मुरीदके, सरजाल/तेहरा कलां, महमूना जोया सुविधा (सियालकोट), मरकज अहले हदीस बरनाला (भिम्बर), मरकज अब्बास (कोटली), मस्कर राहील शाहिद (कोटली), मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैम और मरकज सैयदना बिलाल शामिल हैं।
हमला
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई का भारत कैसे दिया जवाब?
भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान ने पश्चिमी भारत में नागरिक और सैन्य दोनों क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले कर दिए।
भारत ने जवाबी हमला करते हुए सीधे पाकिस्तान की सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाया और नूर खान, रफीकी, मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियन, सरगोधा, स्कार्दू, भोलारी और जैकबाबाद सहित ग्यारह पाकिस्तानी एयरबेस पर हमला कर दिया।
इससे पाकिस्तान टूट गया और 10 मई को उसने संघर्ष विराम समझौता कर लिया।