पुरुष रजाई ओढ़कर घर में सो रहे, महिलाओं को चौराहे पर बैठाया जा रहा- योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शनों में महिलाओं के बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने पर उन्होंने कहा कि पुरूष रजाई ओढ़कर घर में सो रहे हैं और महिलाओं को चौराहों पर बैठाया जा रहा है। इसके अलावा विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदर्शनों में आजादी के नारे लगाना देशद्रोह माना जाएगा और ऐसा करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
योगी बोले- कश्मीर जैसे आजादी के नारे लगाना देशद्रोह
बुधवार को कानपुर में CAA के समर्थन में हुई एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कहींं। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश की धरती पर मैं इस बात को कहूंगा, धरना प्रदर्शन के नाम पर कश्मीर में जो कभी आजादी के नारे लगते थे, अगर इस प्रकार के नारे लगाने का कार्य करोगे तो ये देशद्रोह की श्रेणी में आएगा और फिर इस पर सरकार कठोरतम कार्रवाई करेगी।"
"इन लोगों में स्वयं प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की हिम्मत नहीं"
आदित्यनाथ ने आगे कहा, "इन लोगों में स्वयं प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की हिम्मत नहीं है। उन्हें मालूम है कि अगर वो तोड़फोड़ करेंगे तो उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। इसलिए उन्होंने अपनी महिलाओं और बच्चों को को चौराहे-चौराहे पर बैठाना प्रारंभ कर दिया है। इतना बड़ा अपराध कि पुरूष घर में सो रहा है रजाई ओढ़कर और महिलाओं को आगे करके चौराहे-चौराहे पर बैठाया जा रहा है। ये लज्जाजनक है।"
लोगों से प्रदर्शनों स्थलों पर जाकर महिलाओं से प्रदर्शन का कारण पूछने को कहा
आदित्यनाथ ने लोगों से प्रदर्शन स्थलों पर जाकर महिलाओं से प्रदर्शन का कारण पूछने की अपील की। उन्होंने कहा, "वो बताएंगी कि उनके घर के पुरुषों ने कहा है कि वो कुछ नहीं कर सकते और इसलिए उनसे रोड़ पर बैठने को कहा गया है।"
विपक्ष बोल रहा दुश्मनों की भाषा- आदित्यनाथ
विपक्ष पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि कांग्रेस, सपा और वामपंथी दल देश की कीमत पर राजनीति कर रहे हैं और विरोध के नाम पर महिलाओं और बच्चों को आगे करने का हथकंडा अपनाया जा रहा है जिन्हें ये भी नहीं मालूम कि CAA क्या है। उन्होंने कहा, "विपक्ष देश के दुश्मनों की भाषा बोल रहा है। उसके रवैये से देश के दुश्मनों के हौसले बुलंद हो गए हैं। भारत को बदनाम करने का अभियान चल रहा है।"
CAA विरोधी प्रदर्शनों में सबसे आगे हैं महिलाएं
गौरतलब है कि CAA विरोधी प्रदर्शनों में महिलाएं सबसे आगे हैं और इन प्रदर्शनों की मशाल बनी हुई हैं। दिल्ली के शाहीन बाग में सैकड़ों महिलाएं पिछले एक महीने से धरने पर बैठी हुई हैं और कड़क सर्दी भी उनके हौसले को हिला नहीं पाई है। इसी तर्ज पर देश के बाकी हिस्सों में भी महिलाओं ने CAA के खिलाफ धरना शुरू किया है। लखनऊ के प्रतिष्ठित घंटाघर पर भी सैकड़ों महिलाएं पिछले शुक्रवार से प्रदर्शन कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश में CAA विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 21 लोगों की मौत
बता दें कि पूरे देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी CAA के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए हैं। कुछ जगहों पर प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भी देखने को मिली है और इस दौरान 21 लोगों की मौत हुई है जो पूरे देश में सबसे अधिक है। मृतकों के परिजनों ने पुलिस पर गोली मारने का आरोप लगाया है। इसके अलावा पुलिस के घरों में घुसकर तोड़फोड़ करने और निर्दोषों को गिरफ्तार करने के मामले भी सामने आए हैं।