चिंता से राहत दिलाने में सक्षम हैं ये योगासन, जानिए अभ्यास का तरीका
चिंता एक मानसिक विकार है जिसके कारण धैर्य खोने, जल्दी क्रोधित होने और आत्मविश्वास खोने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि इसे लेकर बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि कुछ योगासनों के अभ्यास से इससे राहत पाई जा सकती है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताते हैं जिनका नियमित अभ्यास शरीर और मन को शांत करके हैप्पी हार्मोन्स को बढ़ाता है जिससे चिंता से राहत मिलती है।
पश्चिमोत्तानासन
सबसे पहले योग मैट पर अपने दोनों पैरों को आपस में सटाकर और आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। इस दौरान माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें। कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें। अंत में गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।
मार्जरी आसन
इस योगासन के योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर हाथों को आगे की ओर फैलाकर घुटनों के बल आ जाएं। अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
उत्थित पार्श्वकोणासन
सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को एक दूसरे से दूर फैला लें। अब दाएं पैर के पंजे को बाहर की तरफ करते हुए घुटने को धीरे-धीरे मोड़ें और फिर इसी मुद्रा में नीचे की ओर बैठें। अब अपने दाएं हाथ को दाएं पैर के पास जमीन पर रखें और बाएं हाथ को ऊपर की ओर सीधा 90 डिग्री के एंगल में रखने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने की कोशिश करें, फिर सामान्य हो जाएं।
बालासन
इस योगासन को करने के लिए योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और माथे को जमीन से सटाएं। इस अवस्था में दोनों हाथ सामने, माथा जमीन से सटा हुआ और छाती जांघों पर होगी। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहकर सामान्य रूप से सांस लेते रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।