उत्तर प्रदेश: पर्यटन विभाग ने अयोध्या नगरी के दर्शन के लिए शुरू की हेलीकॉप्टर सेवा
उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग ने अयोध्या नगरी और सरयू नदी के दर्शन के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की है। भगवान राम की नगरी अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामनवमी के दिन हवाई दर्शन सेवा शुरू की गई थी। बता दें कि राम मंदिर के गर्भगृह के दर्शन 2024 से शुरू होने की संभावना है, लेकिन श्रद्धालु अभी निर्माणाधीन मंदिर के आसमान से दर्शन कर सकेंगे। आइए इस हवाई यात्रा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
8 मिनट की यात्रा के लिए देना होगा 3,000 रुपये प्रति व्यक्ति किराया
इस हवाई यात्रा की शुरुआत अयोध्या के सरयू गेस्ट हाउस से से होगी, जिसमें पर्यटकों को 7 से 8 मिनट की यात्रा में अयोध्या नगरी और सरयू नदी का नजारा देखने को मिलेगा। इसके लिए 3,000 रुपये प्रति व्यक्ति किराया निर्धारित किया गया है। फिलहाल यह सेवा 15 दिनों के लिए है और बाद में इसे बढ़ा दिया जाएगा। जैसे-जैसे लोगों की संख्या बढ़ेगी हेलीकॉप्टर की सवारी की संख्या भी बढ़ती जाएगी।
हवाई यात्रा का समय
इस हवाई यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर में एक बार में कुल 7 लोग सफर कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के मुताबिक, यह हेलीकॉप्टर सेवा सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी।
"अयोध्या को पर्यटन से जोड़ने के लिए शुरू की गई हवाई यात्रा"- जयवीर सिंह
अयोध्या के हवाई दौरे को लेकर उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह का कहना है, "अयोध्या में बेहतर कनेक्टिविटी और अयोध्या को पर्यटन से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं।" उन्होंने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के कोने-कोने से श्रीराम की नगरी अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ रही है, जिसे देखते हुए अयोध्या में हवाई दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
अन्य तीर्थ स्थलों पर भी शुरू की जाएगी हवाई यात्रा
जानकारी यह भी है कि उत्तर प्रदेश के अन्य तीर्थ स्थलों पर भी जल्द ही हवाई दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। फिलहाल गोवर्धन और अयोध्या में यह सुविधा शुरू की गई है और आने वाले कुंभ मेले में प्रयागराज में भी श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा मिल सकेगी। इससे श्रद्धालु आसमान से इस अद्भुत नजारे का आनंद ले सकेंगे। बता दें कि प्रयागराज में अगला कुंभ मेला साल 2025 में लगेगा।
त्रेतायुग में भगवान राम भी कर चुके आसमान से अयोध्या के दर्शन
त्रेतायुग मे जब भगवान राम 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे तो उस समय उनकी सवारी पुष्पक विमान था। इस तरह से उन्होंने आसमान से विभीषण, सुग्रीव और अंगद को अयोध्या दिखाई थी। रामचरितमानस में भी यह लिखा है, 'जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि। उत्तर दिसी बह सरजू पावनि।। जधपि सब बैकुंठ बखाना। बेद पुरान बिदित जगु जाना।। अवधपुरी सम प्रिय नहिं सोऊ। ये प्रसंग जानइ कोउ कोऊ।।' यह अयोध्या नगरी की खूबसूरती का वर्णन है।