केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित हैं ये खूबसूरत पर्यटन स्थल, छुट्टियों में घूम आएं
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम एक शांत और खूबसूरत शहर है। यह प्राचीन समुद्र तटों, मंत्रमुग्ध कर देने वाली पहाड़ियों, मसालों के बागानों और वन्यजीव अभयारण्यों से घिरा हुआ है और प्रकृति प्रेमियों के लिए आनंददायक जगह है। प्राकृतिक सुंदरता के अलावा इस जगह में एडवेंचर शौकीनों के लिए भी बहुत कुछ है। आइए आज हम आपको तिरुवनंतपुरम के 5 बेहतरीन पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां आप छुट्टियों में घूमने के लिए जा सकते हैं।
श्री पद्मनाभास्वामी मंदिर
श्री पद्मनाभास्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और यह शहर की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। यह मंदिर केरल और द्रविड़ वास्तुशिल्प शैली का बेहतरीन उदाहरण है। इस मंदिर का इतिहास 8वीं सदी से जुड़ा है और इसका उल्लेख तमिल संतों द्वारा लिखी गईं पांडुलिपियों में मिलता है। इस मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा भुजंग सर्प अनंत पर लेटी हुई हैं। हालांकि, इस मंदिर में जाने के लिए आपको पारंपरिक ड्रेस कोड का पालन करना होगा।
नेपियर संग्रहालय
यह एक शानदार संग्रहालय है, जिसे 19वीं शताब्दी के मध्य में नेपियर नामक एक ब्रिटिश अधिकारी द्वारा बनाया गया था। यह संग्रहालय तिरुवनंतपुरम का एक महत्वपूर्ण कला और सांस्कृतिक केंद्र है। इस संग्रहालय में केरल के विभिन्न युगों की कुछ प्राचीन मूर्तियां और सिक्के हैं। संग्रहालय के सबसे अच्छे हिस्सों में से एक प्राचीन और आकर्षक संगीत वाद्ययंत्र हैं। संग्रहालय शहर के चिड़ियाघर में स्थित है और इसका प्रवेश शुल्क 20 रुपये प्रति व्यक्ति है।
शंगुमुग्हम समुद्र तट
शंगुमुग्हम समुद्र तट एक खूबसूरत जगह है, जो शहर के हवाई अड्डे के बहुत करीब स्थित है। साफ नीले पानी और सफेद रेत का यह समुद्र तट आराम करने और शांत वातावरण में अपना समय बिताने के लिए एक शानदार जगह है। इस समुद्र तट पर एक छोटा देवी मंदिर भी है। इसके अलावा इस समुद्र तट से सूर्यास्त का दृश्य बहुत मनमोहक लगता है।
अट्टुकल मंदिर
यह आकर्षक मंदिर देवी भद्रकाली को समर्पित है, जो देवी महाकाली के रूपों में से एक है। इस मंदिर का वास्तुशिल्प डिजाइन बहुत सुंदर है और पूरा माहौल काफी शांत है। अट्टुकल मंदिर का नाम विश्व रिकॉर्ड की गिनीज बुक में दर्ज है, जिसमें सबसे बड़ी संख्या में लोगों की मेजबानी करना भी शामिल है। मंदिर परिसर में पोंगल त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंदिर के पास एक प्रसिद्ध इंडियन कॉफी हाउस भी है।
श्री चित्रा आर्ट गैलरी
यह आर्ट गैलरी काफी पुरानी है और इसे त्रावणकोर के महाराजा श्री चित्रा थिरुनल ने साल 1934 में खोला था। इसमें त्रावणकोर साम्राज्य और केरल से संबंधित कुछ बहुत ही बेहतरीन कलाकृतियां हैं। यहां आपको चित्रों के कुछ संग्रह मिलेंगे, जिनमें से कई को शाही त्रावणकोर परिवार के सदस्यों द्वारा चित्रित किया गया है। यह संग्रहालय जापान, तिब्बत, चीन और इंडोनेशियाई आदि कला केंद्रों की समकालीन कला प्रदर्शनियों को भी प्रदर्शित करता है।