
अगर आपको इतिहास से लगाव है तो जरूर करें तेलंगाना की इन जगहों की यात्रा
क्या है खबर?
इस दुनिया ने कई राजवंशों के आने-जाने, कई युद्धों और कई शासकों को देखा है। इसके परिणामस्वरूप ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण जगहें हैं, जहां ऐतिहासिक खंडहर, स्मारक, मंदिर और बहुत कुछ हैं। ऐसे में अगर आपको इतिहास से लगाव है और आप ऐतिहासिक जगहों की तलाश में हैं तो तेलंगाना की कुछ जगहें आपका इंतजार कर रही हैं। यहां इतिहास प्रेमियों के लिए तेलंगाना की प्रसिद्ध ऐतिहासिक जगहों के बारे में बताया गया है। तो आइए जानें।
#1
वारंगल का किला, वारंगल
तेलंगाना में घूमने वाली जगहों में शामिल वारंगल का किला एक आकर्षित और ऐतिहासिक स्थान है। 13 वीं सदी में बने इस किले की मजबूती बेमिसाल है, क्योंकि इस किले पर कई बार हमले हुए लेकिन अपनी मजबूती के कारण यह किला आज भी अपना आस्तित्व बनाएं हुए है। पर्यटकों के लिए यह किला हर दिन सुबह 9 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक खुला रहता है। इतिहास के प्रति रुचि रखने वालों को तो यहां जरूर जाना चाहिए।
#2
चारमीनार, हैदराबाद
तेलंगाना की ऐतिहासिक धरोहरों में आप विश्व प्रसिद्ध हैदराबाद में स्थित चारमीनार देखने का प्लान बना सकते हैं। यह एक प्राचीन स्मारक है, जिसको देखने के लिए पूरे विश्व भर से पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। इस ऐतिहासिक मीनार का निर्माण 1591 में इस्लामिक वास्तुकला शैली द्वारा किया गया है जो देखने में काफी आकर्षक लगती है। पर्यटकों के लिए यह ऐतिहासिक मीनार हर दिन सुबह 9:30 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक खुली रहती है।
#3
गोलकुंडा फोर्ट, हैदराबाद
गोलकुंडा फोर्ट हैदराबाद के पास स्थित है। यह जगह 1518-1687 के दौरान मध्ययुगीन गोलकोंडा सल्तनत की राजधानी मानी जाती थी। इस जगह को भारत की विशेष जगहों में से एक माना जाता है, क्योंकि यहां हीरे की खान हुआ करती थी। बता दें कि विश्व प्रसिद्ध बेशकीमती कोहिनूर भी गोलकुंडा की खान से ही निकाला गया था। पर्यटकों के लिए यह फोर्ट हर दिन सुबह 9:30 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।
#4
तारामती बारादारी, हैदराबाद
यह प्राचीन स्मारक हैदराबाद के इब्राहिम उद्यान में स्थित है। इस प्राचीन संरचना को 880 ईस्वी में प्रिंस इब्राहिम कुली कुतुब शाह ने बनवाया था। यह एक खूबसूरत संरचना है, जिसका निर्माण फारसी शैली में किया गया था। पर्यटन के लिहाज से यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है, इसलिए इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां आ सकते हैं। यह स्मारक मंगलवार को छोड़कर हर दिन सुबह 11 बजे से लेकर शाम 8:30 बजे तक खुला रहता है।