पेट के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं ये 5 खाद्य पदार्थ, सेवन करने से बचें
आंत हमारे समग्र स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पोषक तत्वों को पचाने और अवशोषण करने में मदद करता है। हालांकि, हमारी कुछ आदतों की वजह से आंत की गतिविधि प्रभावित हो सकती है। इन्हीं आदतों में से एक है गलत खान-पान। आइये आज ऐसे 5 खाद्य पदार्थ के बारे में जानते हैं, जो दैनिक आहार का हिस्सा तो होते हैं, लेकिन वे पेट के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होते हैं।
तले हुए खाद्य पदार्थ
कई अध्ययनों के मुताबिक, तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन आंत में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया के लिए खतरनाक है। इससे आपकी आंत की गतिविधि को नुकसान पहुंचता है। यह हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को बढ़ाता है, जो एसिडिटी, गैस, पेट में ऐंठन, सूजन, कब्ज और दस्त जैसी कई आंतों की बीमारियों का कारण बनता है। इसके अलावा तले हुए खाद्य पदार्थों में ट्रांस वसा की मात्रा ज्यादा होती है, जो काफी ज्यादा अस्वस्थ है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर
पेट के स्वास्थ्य के लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर के सेवन से हम सभी को बचना चाहिए क्योंकि ये आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते हैं। अध्ययन के मुताबिक, कई आर्टिफिशियल स्वीटनर ग्लूकोज असहिष्णुता के खतरे को बढ़ाते हैं, जिससे ब्लड शुगर का स्तर अधिक हो जाता है। इससे शरीर में सूजन हो जाती है, जिससे मधुमेह जैसी कई खतरनाक बीमारियां पैदा हो जाती हैं। WHO भी आर्टिफिशियल स्वीटनर को कैंसर का संभावित कारण बता चुका है।
रिफाइंड चीनी
ज्यादा मात्रा में रिफाइंड चीनी का सेवन करने से शरीर से अच्छे और स्वस्थ बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। स्वस्थ बैक्टीरिया की कमी सूजन का कारण बनती है। इससे आपको मतली, गैस और कब्ज जैसे शारीरिक स्वास्थ्य स्थितियों के साथ-साथ तनाव और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों का अनुभव भी हो सकता है। इनसे बचाव के लिए रिफाइंड चीनी का सेवन कम से कम करने की कोशिश करें। यहां जानिए चीनी के 5 प्रकार के बारे में।
एंटीबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ
एंटीबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए खराब है। ये अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के बीच अंतर नहीं समझते हैं इसलिए ये सभी बैक्टीरिया को मार देते हैं। किसान अक्सर जानवरों में संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए उनका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से करते हैं। ऐसे में उन जानवरों के उत्पाद आंत के स्वास्थ्य के लिए बेकार हो जाते हैं। एंटीबायोटिक के दुष्प्रभाव के दुर्लभ मामले में महिला की जीभ पर बाल उग आए थे।
सैचुरेटेड वसा
फैट 2 प्रकार के होते हैं, सैचुरेटेड फैट और अनसैचुरेटेड फैट। इसमें से अनसैचुरेटेड फैट से शरीर को फायदा मिलता है जबकि सैचुरेटेड फैट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। ज्यादा मात्रा में सैचुरेटेड फैट के सेवन से सूजन की समस्या हो जाती है। इसके कारण पेट से संबंधित कई समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है इसलिए सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें।