आंखों को अधिक रगड़ने से हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं
अगर कभी भी आंखों में कुछ चला जाता है तो उसे निकालने के लिए कई लोग आंखो पर ठंडे पानी के छींटे मारने की बजाय उन्हें तेज दबाव के साथ रगड़ने लगते है, लेकिन ऐसा करके वे अपनी आंखो को अनजाने में बहुत नुकसान पहुंचाते है। दरअसल, आंखों को अधिक रगड़ना सही नहीं है और इससे कई तरीके की समस्याएं होती हैं। चलिए फिर जानते हैं कि आंखो को अधिक रगड़ने के कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
बढ़ जाता है इंफेक्शन होने का खतरा
पूरे दिन में हाथ न जाने कितनी तरह की चीजों के संपर्क में आते हैं और किस चीज पर कीटाणु हों, इस बात का अंदाजा तक नहीं लगाया जा सकता है। इस स्थिति में अगर आप इन्हीं हाथों से आंखों को बार-बार रगड़ते हैं तो हाथ में मौजूद सभी कीटाणु आंखो में प्रवेश कर जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप आंखो में एलर्जिक रिएक्शन और फंगल इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
आंखो में खून आना
आंखों में बहुत ही कोमल और नाजुक छोटी धमनियां मौजूद होती हैं जिनका काम रक्त का बहाव करना होता है। ऐसे में जब हम आंखों को बार-बार जोर से रगड़ते हैं तो ये नाजुक धमनियां टूटने लगती हैं और इससे आंखों की सफेद परत (Conjunctive) खराब होने लगती है जिससे उन पर खून जमा हो जाता है। हालांकि यह अपने आप कुछ दिनों में ठीक भी हो जाता है।
कॉर्निया पर खरोंच के निशान पड़ना
अगर आप किसी कारणवश आंखों को अधिक रगड़ लेते हैं तो इससे आंखों में मौजूद कॉर्निया पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कॉर्निया आंखों का अहम हिस्सा है और जब हम बहुत तेज दबाव के साथ आंखों को रगड़ते हैं तो इस कारण कॉर्निया पर घाव हो जाते हैं। इससे कॉर्निया पर खरोचें आ जाती हैं और आंखो में दर्द भी होने लगता है। इससे आंखो में सूजन और धुंधलापन भी आने लगता है।
ग्लूकोमा के रोगियों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है अधिक आंखें रगड़ना
ग्लूकोमा आंखों से जुड़ी एक ऐसी समस्या है जिसमें रोगियों को कम दिखाई देता है। इस समस्या में आंखों पर दबाव पड़ता है जो दिमाग से जुड़ी ऑप्टिक नर्व (Optic Nerve) को प्रभावित करता है। ऐसे में अगर इस समस्या के रोगी आंख को आए दिन रगड़ते हैं तो इससे उनकी ऑप्टिक नर्व को बुरी तरह से नुकसान पहुंच सकता है और वे अंधे भी हो सकते हैं।