भारत में लोग कैडबरी जेम्स की तरह खाते हैं पेरासिटामोल, जानिए इस दवा के नकारात्मक प्रभाव
क्या है खबर?
बुखार और शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर भारत के लोग डोलो-650 का सबसे पहले सेवन कर लेते हैं।
कुछ लोग इसे डॉक्टर की सलाह के बाद खाते हैं, जबकि कुछ लोग इसे डॉक्टर से पूछे बिना ले लेते हैं।
अब अमेरिका के एक डॉक्टर ने इस बात पर जोर दिया है कि भारतीय पेरासिटामोल पर निर्भर हैं और उसे कैडबरी जेम्स की तरह खाते हैं।
आइए इसके अत्यधिक सेवन के नकारात्मक प्रभावों पर नजर डालते हैं।
ट्विटर पोस्ट
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Indians take Dolo 650 like it's cadbury gems
— Palaniappan Manickam (@drpal_manickam) April 14, 2025
#1
लिवर होता है क्षतिग्रस्त
अत्यधिक मात्रा में खाए जाने पर पेरासिटामोल लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है। सलाह से ज्यादा खुराक लेने से लिवर की दवा को संसाधित करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है।
इसके परिणामस्वरूप विषाक्त मेटाबोलाइट जमा होने लगते हैं, जो लिवर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं ।
जिन लोगों को पहले से लिवर की बीमारियां होती हैं और जो शराब का सेवन करते हैं, उन्हें इस दवा से अधिक खतरा हो सकता है।
#2
प्लेटलेट्स होती हैं कम
वैसे तो पेरासिटामोल को आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है और यह प्लेटलेट की संख्या को महत्वपूर्ण रूप से कम नहीं करती है।
हालांकि, कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि इसके ओवरडोज से प्लेटलेट्स कम हो सकती हैं।
कुछ अध्ययन बताते हैं कि यह दवा प्लेटलेट्स की एक साथ चिपकने की क्षमता को कम कर देती है।
इसके कारण चोट लगने पर अधिक खून बहता है और चोट आसानी से ठीक नहीं होती हैं।
#3
किडनी पर होता है असर
बात-बात पर पेरासिटामोल खा लेने से आप गुर्दों को क्षतिग्रस्त कर लेंगे। इसकी अधिक खुराक लेने से एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) नामक बीमारी भी हो सकता है।
इसके कारण आपको बार-बार पेशाब आ सकती है और आप हर वक्त थका हुआ महसूस कर सकते हैं। पेरासिटामोल के चयापचय से विषाक्त मेटाबोलाइट्स उत्पन्न हो सकते हैं, जो गुर्दे की नलिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अगर आपको गुर्दों से संबंधित कोई बीमारी हो तो डॉक्टर को दिखाए बिना पेरासिटामोल न खाएं।
#4
बढ़ता है ब्लड प्रेशर
पेरासिटामोल के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ने का भी खतरा रहता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि इस दवा के उपयोग से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक, दोनों प्रकार के ब्लड प्रेशर में वृद्धि आ सकती है।
उन लोगों को इस परेशानी का ज्यादा खतरा रहता है, जो पहले से उच्च रक्तचाप का शिकार होते हैं। इसके कारण दिल का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है।
#5
जी मिचलाने का रहता है खतरा
कई बार यात्रा करने, गर्भावस्था और उल्टा-सीधा खाने के कारण जी मिचलाने लगता है। इस परेशानी के चलते पेट में दर्द होता है, उलटी आती है, बेचैनी होती है और गंभीर मामलों में चक्कर भी आ सकता है।
हालांकि, जी मिचलाने का एक और कारण हो सकता है, जो कि है पेरासिटामोल खाना। डॉक्टर बताते हैं कि ऐसा इसकी अधिक खुराक के कारण या इसे खाने के साथ लेने की वजह से हो सकता है।