सामंथा रुथ प्रभु इस तरह रखती हैं अपनी सेहत का ख्याल, चमकदार बना रहता है चेहरा
क्या है खबर?
सामंथा रुथ प्रभु दक्षिण भारतीय इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री हैं, जो अपनी कला के जरिए कई लोगों के दिलों पर राज करती हैं।
उनका चेहरा हमेशा चकमता हुआ दिखाई देता है, क्योंकि वह अपनी सेहत का खास ख्याल रखती हैं। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा करके अपने दिन की झलक दिखाई है।
आइए सामंथा का त्वचा की देखभाल करने का तरीका जानते हैं और उनके वर्कआउट रूटीन पर भी नजर डालते हैं।
मॉर्निंग रूटीन
सामंथा इस तरह करती हैं दिन की शुरुआत
सामंथा सुबह 6:30 बजे उठ जाती हैं और धूप सेंककर दिन की शुरुआत करती हैं। धूप के जरिए शरीर को विटामिन-D मिलता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
इसके बाद सामंथा एक बेहद पुरानी आयुर्वेदिक तकनीक का पालन करती हैं, जिसे ऑयल पुलिंग कहा जाता है। इसके दौरान मुंह में तेल भरा जाता है और उससे कुल्ला किया जाता है।
इससे दांतों का स्वास्थ्य सुधरता है और उनमें जमी हुई गंदगी साफ़ हो जाती है।
स्किनकेयर
कुछ ऐसा है सामंथा का स्किनकेयर रूटीन
सामंथा अपनी त्वचा की देखभाल करने के लिए गुआ शा का इस्तेमाल करती हैं। यह एक चिकना पत्थर होता है, जिससे चेहरे की मालिश की जाती है।
यह चीन की सदियों पुरानी तकनीक है, जिसके जरिए सूजन कम होती है और रक्त संचार बढ़ता है। इसके अलावा, सामंथा मेकअप करने से पहले चेहरे को बर्फ से भरे कटोरे में डुबोती हैं।
इस तकनीक को अपनाने से रोमछिद्र कम होते हैं, नमी बढ़ती है और महीन रेखाएं भी दूर होती हैं।
एक्सरसाइज
जानिए सामंथा की सेहत का राज
सामंथा सेहतमंद रहने के लिए रोजाना सुबह 7 बजे जिम जाती हैं। इस दौरान वह कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करती हैं, जिसमें वजन उठाना भी शामिल होता है।
इससे उनके शरीर की मुद्रा सुधरती है और उनकी ताकत भी बढ़ती है। शाम के समय सामंथा मस्ती करने और अपने शरीर को सक्रीय रखने के लिए पिकलबॉल खेलती हैं।
यह एक पैडल खेल है, जो टेनिस या बैडमिंटन जैसा होता है। वह खेलने के बाद रेड लाइट थेरेपी भी करती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य
सामंथा मानसिक स्वास्थ्य को भी देती हैं प्राथमिकता
सामंथा के लिए उनका मानसिक स्वास्थ्य बेहद जरूरी है, इसीलिए वह रोजाना ध्यान लगाती हैं। वह सोने से पहले 30 मिनट का समय निकालती हैं और ध्यान लगाती हैं।
उन्होंने कहा, "ध्यान की अवस्था मेरी शक्ति, शांति और खुशहाली का स्रोत है।" इसके अलावा वह रोजाना सुबह भगवान की पूजा-अर्चना भी करती हैं।
इस दौरान सामंथा भगवान का शुक्रिया कहती हैं और दिया जलाकर प्रार्थना करती हैं।