अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है मर्टल तेल, जानिए कैसे
अस्थमा एक आम बीमारी है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। इसके लक्षणों को कम करने के लिए कई उपाय हैं, जिनमें से एक है मर्टल तेल का उपयोग करना। यह तेल प्राकृतिक रूप से अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। मर्टल तेल का सही तरीके से उपयोग करके आप स्थिति को बेहतर बना सकते हैं। जानिए अस्थमा के इलाज के लिए मर्टल तेल का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
भाप लें
मर्टल तेल से भाप लेना अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए गर्म पानी में मर्टल तेल की कुछ बूंदें डालें और फिर उस पानी की भाप लें। इससे आपकी श्वसन नली खुल जाएगी और सांस लेना आसान हो जाएगा। यह तरीका खासकर रात को सोने से पहले अपनाया जा सकता है, ताकि नींद अच्छी आए और रात में सांस लेने में कोई दिक्कत न हो।
छाती पर मालिश करें
मर्टल तेल को नारियल या जैतून के तेल में मिलाकर छाती पर मालिश करना भी अस्थमा के लक्षणों को कम कर सकता है। इससे श्वसन तंत्र की सूजन कम होती है और बलगम निकलने में आसानी होती है। इस मिश्रण को हल्के हाथों से छाती पर रगड़ें और कुछ देर तक छोड़ दें। यह प्रक्रिया दिन में 2 बार करने से आपको राहत मिल सकती है और सांस लेने में आसानी हो सकती है।
अरोमाथेरेपी का लाभ उठाएं
अरोमाथेरेपी अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। इसके लिए आप डिफ्यूजर में मर्टल तेल डालकर उपयोग कर सकते हैं। इससे कमरे की हवा शुद्ध होगी और आपको सांस लेने में राहत महसूस होगी। यह प्रक्रिया श्वसन तंत्र को आराम देती है और मानसिक तनाव को भी कम करती है। इसे दिन में 2 बार आजमाएं, खासकर सुबह और रात को सोने से पहले, ताकि बेहतर नींद मिल सके और दिनभर ताजगी महसूस हो।
इनहेलर बनाएं
आप घर पर ही एक प्राकृतिक इनहेलर बना सकते हैं, जिसमें मर्टल तेल शामिल हो। इसके लिए एक छोटी बोतल लें और उसमें मर्टल तेल की 10-15 बूंदें डालें। जब भी आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो, तो इस बोतल को सूंघें। यह तरीका आपके श्वसन तंत्र को आराम देगा और आपको तुरंत राहत महसूस होगी। इसे हमेशा अपने पास रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत उपयोग कर सकें और अस्थमा के लक्षणों से बचाव हो सके।
इन बातों का रखें ध्यान
मर्टल तेल प्राकृतिक होता है, लेकिन इसका उपयोग करते समय सावधानी बरतनी भी जरूरी होती है। इसे सीधे त्वचा पर लगाने से पहले नारियल या जैतून के तेल के साथ मिलाना जरूरी होता है, ताकि त्वचा पर जलन न हो। इस प्रकार, आप देख सकते हैं कि कैसे मर्टल तेल अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसका सही तरीके से उपयोग करके आप अपनी स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।