वजन नियंत्रित करने के लिए फॉलो कर रहे हैं कीटो डाइट तो न करें ये गलतियां
जब भी बात वजन को नियंत्रित करने की आती है तो इसके लिए कीटो डाइट को प्राथमिकता दी जाती है। कीटो डाइट वैसे तो पिछले कुछ समय में काफी लोकप्रिय हुई है, लेकिन इस डाइट को अच्छे से फॉलो करना बेहद ही मुश्किल काम है। इसलिए अक्सर लोग इसे फॉलो करते समय कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिसके कारण उन्हें मनचाह परिणाम नहीं मिलता है। चलिए फिर आज हम आपको उन्हीं के बारे में जानते हैं।
पानी के सेवन पर ध्यान न देना
जो लोग कीटो डाइट को फॉलो करने लगते हैं तो उनका पूरा ध्यान सिर्फ डाइट में शामिल करने वाले खाद्य पदार्थों पर होता है। इससे हमारा मतलब यह है कि लोग इस बात पर अधिक ध्यान देते हैं कि उन्हें अपनी डाइट में किन खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए और किसे बाहर कर देना चाहिए। जबकि पानी की मात्रा पर उनका कोई ध्यान ही नहीं होता। इस वजह से उन्हें निर्जलीकरण की समस्या का सामना करना पड़ता है।
गलत खाद्य पदार्थों का चयन
कीटो डाइट को फॉलो करने के लिए खाद्य पदार्थों का चयन काफी अहम होता है। आमतौर पर कई लोग कीटो डाइट के दौरान चीनी, अनाज, वनस्पति तेल आदि का सेवन करते हैं। लेकिन इन खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर में सूजन का कारण बनता है। इसलिए आपको अपने कीटो डाइट के दौरान ऐसे खाद्य पदार्थों के स्थान पर अधिक पत्तेदार सब्जियों, ब्राउन राइस आदि खाद्य पदार्थो को शामिल करना चाहिए।
माइक्रो न्यूट्रिएंट्स को नजरअंदाज करना
इससे हमारा मतलब यह है कि अगर आप कीटो डाइट को फॉलो कर रहे हैं तो आपको इस बात की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि कीटो के पहले कुछ हफ्तों में हमारा शरीर सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिजों को ठीक से पचा नहीं पाता है। इसलिए आपको उन माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स की कमी को पूरा करने पर फोकस करना होगा। इसके लिए अधिक पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें और जहां तक हो सके प्रोसेस्ड फूड से दूरी बना लें।
पर्याप्त नींद न लेना
इस बात से तो लगभग हर कोई भली-भांति वाकफ होगा कि बेहतर नींद अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होती है। लेकिन जब आप अपनी डाइट बदलते हैं तो इससे आपको नींद की समस्या हो सकती है। कीटो डाइट के दौरान आपको कम से कम सात से नौ घंटे की नींद लेनी चाहिए। अगर आप अच्छी तरह से नहीं सो रहे हैं तो यह आपके कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ाएगा।